गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर में अपने दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि जल्द ही पैलेट गन का विकल्प मिलेगा. इस पूरे मामले पर बनी एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद इस बारे में कोई भी फैसला लिया जाएगा. इस दौरान जब पत्रकारों के सवालों से असहज महबूबा ने जल्दबाजी में प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म करते हुए कहा, ‘थैंक्यू... आइए चाय पी लेते हैं.’
पत्रकार के सवाल पर नाराज हुईं महबूबा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा को कुछ कठिन सवालों का सामना करना पड़ा. जब एक रिपोर्टर ने महबूबा मुफ्ती से कहा कि 2010 के उनके स्टैंड (जब वह विपक्ष में थीं) और अभी के उनके स्टैंड (फिलहाल वह बीजेपी के साथ सत्ता में हैं) में इतना फर्क क्यों है तो उनका चेहरा तमतमाया हुआ दिखा। महबूबा ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है और 2010 में जिन कारणों से कश्मीर में हिंसा का दौर शुरू हुआ था, इस बार के कारण और हालात उससे बिल्कुल अलग हैं।
पत्रकार वार्ता के दौरान थोड़ी देर के लिए स्थिति कुछ ऐसी हो गई कि गृह मंत्री राजनाथ को बीचबचाव करते हुए कहना पड़ा, “महबूबा जी तो आपकी अपनी हैं…” राजनाथ का संकेत पत्रकार तो नहीं समझे लेकिन सीएम महबूबा ने तुरंत पत्रकार वार्ता की समाप्ति की घोषणा करते हुए कहने लगीं, “थैंक्यू, आइए चाय पी लीजिए…आइए चाय पी लीजिए…”
वहीं इस दौरान जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी का माहौल बिगाड़ने वाले पत्थरबाजों को खरी-खरी सुनाई. महबूबा ने कहा कि राज्य के 95 फीसदी लोग शांति चाहते हैं, केवल 5 फीसदी लोग ही पत्थर उठाकर माहौल बिगाड़ रहे हैं.
महबूबा ने प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि जिन्हें गोली या पेलेट लगी, वे दूध या टॉफी खरीदने बाहर नहीं निकले थे.
8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंट के बाद लोग सड़कों पर बाहर क्यों निकले, जबकि सरकार ने कर्फ्यू लागू कर रखा था. उन्होंने कहा, ‘क्या कोई बच्चा आर्मी कैंप से टॉफी खरीदने गया था? एक 15 साल का लड़का जिसने पुलिस थाने पर हमला किया (दक्षिण कश्मीर में), क्या वह दूध खरीदने गया था? दोनों की तुलना ना करें.महबूबा मुफ्ती, मुख्यमंत्री, जम्मू कश्मीर
कश्मीर के लोगों से की अपील
राजनाथ सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कश्मीर के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि कश्मीर और भारत का भविष्य एक-दूसरे के साथ जुड़ा हुआ है. कश्मीर के युवओं के हाथ में कम्प्यूटर होने चाहिए.
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