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पीएम मोदी के लिए ये नवरात्रि सुपर स्पेशल: मिला डबल गिफ्ट

पढ़िए- पीएम मोदी को कैसे मिला नवरात्रि उपवास का फल.

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भारत
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पीएम मोदी नवरात्रि उपवास पर हैं. बीते 35 सालों से नवरात्रों में पूरे नौ दिन तक उपवास रखने का सिलसिला जारी है. खैर, इस बार के नवरात्रों की शुरुआत भी पीएम मोदी के लिए फलदायक साबित हुई है. कालेधन और सरहद पार से हो रही घुसपैठ पर घिरे पीएम मोदी को नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही डबल गिफ्ट मिला है.

पीएम मोदी के निर्देश पर भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया और पहली बार खुलकर उसका ऐलान भी किया. दूसरा काले धन के मुद्दे पर घिरे पीएम मोदी ने ‘आय घोषणा योजना’ मुहिम चलाई और करीब 64 हजार लोगों ने 65 हजार करोड़ रुपए के ब्लैक मनी का खुलासा कर दिया.

जो कहा सो कियाः मोदी ने कोझिकोड में रैली के दौरान कहा कि वह आतंकवाद को पोषने वाले पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करके रहेंगे. इसके बाद उन्होंने इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन में जाने से इंकार कर दिया. बाद में पड़ोसी देश भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान ने भी सार्क सम्मेलन में जाने से इंकार कर दिया, लिहाजा इस्लामाबाद में होने वाला सम्मेलन रद्द हो गया.

नवरात्रों पर मिले इस डबल डोज ने मोदी सरकार की रफ्तार को अब और भी तेज कर दिया है. कैसे पकड़ी पीएम मोदी ने रफ्तार और क्या होगा इसका फायदा?

पढ़िए- पीएम मोदी को कैसे मिला नवरात्रि उपवास का फल.

पहला गिफ्टः POK में सर्जिकल स्ट्राइक

चाइना के मिलिट्री रणनीतिकार सुन त्‍जु की रणनीतियों पर लिखी गई किताब आर्ट आफ वॉर’ में लिखा है कि जीतता वही है जिसे पता हो कि कब लड़ना है और कब नहीं. पीएम मोदी ने इस फॉर्मूले का कूटनीतिक तरीके से इस्तेमाल किया. लिहाजा, वह एक तीर से दो निशाने लगाने में कामयाब रहे.

पीएम मोदी के निर्देश पर भारतीय सेना के स्पेशल कमांडोज ने पीओके में घुसकर आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया. इस कार्रवाई से जहां आतंक को पालने वाले मुल्क पाकिस्तान को चोट पहुंची, वहीं वैश्विक स्तर पर भी भारत को कई देशों का साथ मिला.

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सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी देते डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह (फोटोः PTI)

विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडियन आर्मी के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिए जाने का ऐलान किया. ये बयान आने के साथ ही ट्विटर पर #ModiPunishesPak ट्रेंड करने लगा.

सोशल मीडिया पर मोदी के समर्थन में बाढ़ आ गई. समर्थक तो समर्थक विरोधियों ने भी भारतीय सेना के साथ-साथ मोदी सरकार की जमकर सराहना की. मोदी सरकार के इस कदम ने उस छिटकते तबके को भी दोबारा मजबूती के साथ जोड़ लिया, जिसे मोदी में भी उम्मीद धुंधली नजर आने लगी थी.

दूसरा गिफ्टः कालेधन पर मोदी को मिली कामयाबी

साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए के एजेंडे में कालाधन भी बड़ा मुद्दा था. पीएम मोदी ने खुद विदेशी बैंकों में जमा कालेधन को वापस लाने का ऐलान किया था. खैर, जब दिल्ली की गद्दी पर मोदी बैठे तो विरोधियों ने कालेधन के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा. ढाई साल में कांग्रेस से लेकर दूसरे विपक्षियों ने भी कालेधन के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार की खूब खिंचाई की.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में कालेधन की जानकारी देते वित्तमंत्री अरुण जेटली (फोटोः PTI)

लेकिन, शनिवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आय घोषणा योजना (IDS) के परिणामों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जेटली ने कहा कि मोदी सरकार ने टैक्स चोरी के चलन को कम करने के लिए बहुत से अहम फैसले लिए हैं. इसी का नतीजा है कि आय घोषणा योजना के तहत करीब 64,275 लोगों ने 65,250 करोड़ रुपये के कालेधन की घोषणा की है.

आय घोषणा योजना के परिणाम आने के साथ ही विपक्षियों के हाथ से अब कालेधन का मुद्दा भी फिसलता नजर आ रहा है. साथ ही समर्थकों को मजबूती मिल रही है.

बहरहाल, नवरात्र की शुरुआत के साथ ही पीएम मोदी को मिले ये दो बड़े गिफ्ट बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम कर सकते हैं.

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