मोदी कैबिनेट के एयर इंडिया में हिस्सेदारी बेचने के फैसले के एक दिन बाद निजी एयरलाइंस कंपनी इंडिगो ने इसे लेकर अपनी इच्छा जताई है. इंडिगो ने एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने में अपनी रुचि दिखाते हुए सिविल एवियेशन मिनिस्ट्री को लैटर लिखा है.
बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि सैद्धांतिक रूप से एयर इंडिया के विनिवेश की मंजूरी दे दी गई है.
इंडिगो ने एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताते हुए सिविल एवियेशन मिनिस्ट्री को एक लैटर लिखा है. प्राइवेट सेक्टर की एविएशन कंपनी इंडिगो ने मिनिस्ट्री को यह लैटर बिना किसी अनुरोध के खुद भेजा है.आरएन चौबे, सिविल एविएशन सेक्रेटरी
दरअसल, इंडिगो ने मार्केट शेयर के हिसाब से एयर इंडिया को खरीदने की इच्छा जताई है. सिविल एविएशन सचिव आरएन चौबे के मुताबिक, ‘कल बुधवार को हुए कैबिनेट फैसले के बाद इंडिगो की तरफ से एयर इंडिया को लेकर इच्छा जताई गई. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया में उनकी काफी रूचि है.' बता दें कि कैबिनेट ने बुधवार को एयर इंडिया के विनिवेश को मंजूरी दे दी है.
एयर इंडिया के पास हैं 118 एयरक्राफ्ट
एयर इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक, उसके पास फिलहाल 118 एयरक्राफ्ट हैं. मिनिस्ट्री के मुताबिक, एयर इंडिया में सबसे ज्यादा यात्री सफर करते हैं. इसके पास न्यूयॉर्क, शिकागो और लंदन जैसे शहरों में पार्किंग स्लॉट भी हैं. इसके अलावा मुंबई जैसे बिजी एयरपोर्ट पर इसके पास सुबह के समय 18 डिपार्चर स्लॉट हैं.
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