- दुरंतो एक्सप्रेस के इंजन समेत सात कोच पटरी से उतरे
- नागपुर से मुंबई जा रही थी दुरंतो एक्सप्रेस
- हादसे की वजह से लोकल ट्रेन सेवा बाधित
- बारिश के बीच लैंडस्लाइड की वजह से हादसे की आशंका
- आसनगांव और टिटवाला के बीच हुआ हादसा
- कल्याण से रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना
महाराष्ट्र के टिटवाला में नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर है. बताया जा रहा है कि यहां इस ट्रेन के इंजन समेत सात कोच पटरी से उतर गए हैं. मध्य रेलवे के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदासी ने बताया कि घटना में किसी भी यात्री के घायल होने की कोई खबर नहीं है. बीते दस दिनों में यह तीसरा रेल हादसा है.
रेलवे के अधिकारी के मुताबिक, यह दुर्घटना सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर आसनगांव रेलवे स्टेशन के पास हुई, जिसमें ट्रेन के इंजन समेत छह डिब्बे पटरी से उतर गए. उन्होंने कहा कि रेल के पटरी से उतर जाने के कारण इस रास्ते पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है.
अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों का एक दल मौके पर पहुंच गया है. राहत पहुंचाने के लिए और इस मार्ग पर रेल यातायात बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं.
लोको और सात कोच पटरी से उतर गए हैं. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस दुर्घटना में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है. सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं.चीफ पीआरओ सुनील उदासी, सेंट्रल रेलवे
देखिए टिटवाला रेल हादसे की तस्वीरेंः
हादसे में कोई हताहत नहींः सेंट्रल रेलवे
महाराष्ट्र के आसनगांव और टिटवाला के बीच हादसे का शिकार हुई दुरंतो एक्सप्रेस में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. सेंट्रल रेलवे ने हादसे के बाद बयान जारी कर कहा है कि इस हादसे में सभी यात्री सुरक्षित हैं.
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस इलाके में हुई ज्यादा बारिश की वजह से ट्रैक पर मिट्टी आ जाने के चलते हुआ है.
रेलवे ने कहा है कि यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा डॉक्टरों और सीनियर अफसरों की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
दस दिन के भीतर तीन रेल हादसे
महाराष्ट्र में दुरंतो एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है. इसके साथ ही बीते दस दिनों में रेल हादसों की संख्या तीन हो चुकी है.
कलिंग उत्कल एक्सप्रेस हादसाः बीती 19 अगस्त को हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 23 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा यात्री घायल हो गए थे.
कैफियात एक्सप्रेस हादसाः उत्तर प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर दो ट्रेन हादसे हुए हैं. उत्कल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के ठीक चार दिन बाद 23 अगस्त को आजमगढ़ से दिल्ली जा रही 12225 (अप) कैफियात एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. मानव रहित क्रॉसिंग पर फंसे एक डंपर में ट्रेन टकराने से 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 74 लोग घायल हुए थे.
इन हादसों से आहत होकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबतक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.
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