चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के लिए IPL 2022 का आगाज बेहद ही खराब रहा है. पिछले सीजन की डिफेंडिंग चैंपियन इस सीजन के पहले तीन मुकाबले में फेल साबित हुई है. चेन्नई ने IPL शुरू होने से ठीक पहले ही अपना कप्तान बदल दिया. एमएस धोनी (MS Dhoni) ने टीम की कप्तानी रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को सौंप दी. लगा रहा था नए कप्तान के साथ चेन्नई फिर कमाल करेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पिछले तीन मुकाबले हार कर चेन्नई की टीम अंक तालिका में 9वें स्थान पर है.
चेन्नई की हार की बड़ी वजह
IPL के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का ये सबसे खराब प्रदर्शन है. चलिए अब समझने की कोशिश करते हैं कि 4 बार की IPL चैंपियन टीम इस बार कैसे अपने मुकाबले हार रही है.
रितुराज का खराब फॉर्म
IPL के इस सीजन में चेन्नई के ओपनर्स का बल्ला नहीं चल रहा है. पिछले तीन मैचों से ओपनर्स का फ्लॉप शो बरकरार है. रितुराज गायकवाड़ बेहद खराब फॉर्म से जुझ रहे हैं. रितुराज ने पिछले तीन मैचों में 0, 1 और 1 रन बनाए हैं.
आपको बता दें कि, IPL-2021 में गायकवाड़ ने पूरे टूर्नामेंट में 635 रन बनाकर ऑरेंज कैप अपने नाम किया था. लेकिन इस सीजन अभी तक उनका बल्ला खामोश है.
जडेजा पर कप्तानी का दवाब
एमएस धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद टीम की कमान रविंद्र जडेजा के कंधों पर आ गई है. जडेजा पर कप्तानी का दवाब साफ देखा जा सकता है. जडेजा बल्ले से कुछ खास कमाल करते नहीं दिख रहे हैं, तो वहीं गेंदबाजी में भी वो धार नजर नहीं आ रही है.
'दीपक चाहर' की खल रही कमी
चेन्नई की हार की सबसे बड़ी वजह खराब गेंदबाजी भी है. इस समय टीम में कोई भी दमदार गेंदबाज नहीं हैं. दीपक चाहर के चोटिल होने के कारण टीम मुश्किल में हैं. इसके अलावा इस बार शार्दुल ठाकुर भी सीएसके का हिस्सा नहीं हैं.
चेन्नई ने दीपक चाहर को 14 करोड़ रुपए में खरीदा था. लेकिन चोट के कारण चाहर टीम से बाहर हैं. माना जा रहा कि अगले दो हफ्तों में उन्हें NCA से छुट्टी मिल जाएगी. जिसके बाद वो 25 अप्रैल से टीम से जुड़ सकते हैं.
इन टीमों को भी करना पड़ा लगातार हार का सामना
IPL में सिर्फ चेन्नई ही नहीं है जिसे लगातार हार का सामना करना पड़ा है. ऐसी कई टीमें हैं जिन्होंने लगातार कई मैच हारे और टूर्नामेंट में निराशा का सामना करना पड़ा.
कोलकाता (2009)- 9 हार
साल 2009 कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए बेहद खराब रहा था. दक्षिण अफ्रीका में खेले गए IPL टूर्नामेंट में टीम को लगातार 9 हार का सामना करना पड़ा था.
पुणे (2012)- 9 हार, (2013)- 2 हार
पुणे के लिए सौरव गांगुली, युवराज सिंह, स्टीव स्मिथ, एंजेलो मैथ्यूज और मुरली कार्तिक जैसे बड़े खिलाड़ियों ने खेला. लेकिन इतने बड़े-बड़े नाम होने के बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा. पुणे ने 2012 में 9 हार और 2013 में 2 हार का सामना किया.
दिल्ली (2014)- 9 हार, (2015)- 2 हार
दिल्ली को भी साल 2014 और 2015 में करारी हार का सामना करना पड़ा. 2014 में दिल्ली की टीम लगातार 9 मैच हारी, तो वहीं 2015 के शुरुआती मुकाबलों में भी उसे दो हार का सामना करना पड़ा.
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