Chennai Super Kings Won IPL 2023 Final: चेन्नई ने IPL 2023 के खिताबी मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 5 विकेट से हराकर पांचवी आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. सोमवार, 29 मई को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए बारिश से प्रभावित इस फाइनल मुकाबले में गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई के सामने 215 रन का लक्ष्य रखा था. दूसरी इनिंग की शुरुआत में हुई बारिश के बाद मैच 15 ओवरों का कर दिया गया और चेन्नई के लिए लक्ष्य 171 रनों का था. इसके जवाब में चेन्नई ने आखिरी गेंद पर यह जीत हासिल की. और टीम के लिए स्टार बने रविंद्र जडेजा जिन्होंने आखिरी दो गेंदों में छक्का-चौका जड़ा.
गुजरात की पारी
चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था. गुजरात टाइटंस की ओर से ओपनिंग करने स्टार प्लेयर शुभमन गिल और रिद्धिमान साहा मैदान में उतरे थे. गुजरात की शुरुआत शानदार रही और दोनों बल्लेबाजों ने पावरप्ले में तेजी से रन बटोरे. रिद्धिमान साहा और शुभमन गिल दोनों को उस वक्त एक एक जीवनदान मिला जब चेन्नई के गेंदबाज दीपक चाहर ने इन दोनों का कैच ड्राप कर दिया था. गुजरात को पहला झटका तब लगा जब सांतवे ओवर की आखरी बॉल पर शुभमान गिल 39 (20) के निजी स्कोर पर आउट हो गए.
इसके बाद बल्लेबाजी करने साई सुदर्शन उतरे और बस छा गए. दूसरी तरफ रिद्धिमान साहा ने तेजी से रन बटोरना जारी रखा. 14वें ओवर में गुजरात को दूसरा झटका लगा जब साहा 54(39) के निजी स्कोर पर आउट हो गए.
कप्तान हार्दिक पांड्या ने साई सुदर्शन का बखूबी साथ निभाया. आखिरी ओवर में साई सुदर्शन के आउट होने के बीच दोनों के बीच 81 रन की साझेदारी हुई. सुदर्शन भले ही अपने शतक से चूक गए लेकिन उन्होंने शानदार 96(47) रनों की पारी खेली.
कप्तान हार्दिक पांड्या 21(12) के निजी स्कोर के साथ नाबाद रहे. गुजरात ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 214 रन बनाए. यानी चेन्नई के सामने 215 का लक्ष्य था.
चेन्नई की पारी
215 रन के लक्ष्य का पीछा करने चेन्नई उतरी ही थी कि बारिश ने एंट्री मार दी. उस समय तक सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे ने सिर्फ 3 गेंद ही खेला था और स्कोरबोर्ड पर केवल 4 रन लगे थे.
खेल लंबे समय तक रुका रहा और उसके बाद अंपायर्स ने तय किया कि खेल केवल 15 ओवरों का होगा. और चेन्नई के सामने टारगेट 171 रन का था.
मैच फिर से शुरू होने के बाद दोनों बल्लेबाजों ने तेजी से रन बटोरने शुरू किए. दोनों ने मिलकर 3 ओवर में स्कोरबोर्ड पर 35/0 लगा दिए थे. इतना ही नहीं अगले ओवर में दोनों ने मिलकर रन बटोर लिए और 4 ओवर में स्कोर 52/0 हो चुका था. 5 ओवर बाद यह आंकड़ा 58/0 था. मौजूदा रन रेट जरूरी रन रेट से नीचे था.
मोर्चा डेवोन कॉनवे ने अपने हाथ में संभाल रखा था. 6 ओवर बाद टीम का स्कोर बिना विकेट खोए 72 रन थे. कॉनवे ने केवल 22 गेंद में 44 रन बनाए थे जबकि गायकवाड़ ने 14 गेंद में 25 रन. हालांकि अगले ओवर में चेन्नई को पहला झटका लगा जब गायकवाड़ को नूर अहमद ने 26(16) के निजी स्कोर पर आउट कर दिया. गायकवाड़ का कैच राशिद खान ने लिया.
इसके बाद बल्लेबाजी करने शिवम दुबे क्रीज पर उतरे थे. लेकिन सातवें ओवर की ही आखिरी गेंद पर नूर अहमद ने चेन्नई को दूसरा बड़ा झटका दे दिया. डेवोन कॉनवे 47(25) के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे. मैच एक बार फिर बैलेंस होता दिख रहा था. अब बल्लेबाजी करने अजिंक्य रहाणे आये थे. 8 ओवर बाद चेन्नई का स्कोर 94/2 था.
टीम का रनरेट जरूर कम हुआ था लेकिन दोनों बल्लेबाजों ( शिवम दुबे और अजिंक्य रहाणे) ने विकेट बचाए रखा. 9 ओवर के बाद स्कोर 99/2 था. 10 ओवर बाद जरूरी रन रेट 11.8 था जबकि मौजूदा रनरेट 11.2 था. चेन्नई को जीत के लिए अगले 30 गेंद में 59 रन बनाने थे जबकि उसके पास अभी 8 बल्लेबाज शेष थे. रहाणे ने गियर बदला था. उन्होंने सिर्फ 11 गेंद में 26 रन जोड़ दिए थे.
लेकिन मोहित शर्मा ने 11वें ओवर में रहाणे को समेट दिया. रहाणे 27(13) के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे. इसके बाद बल्लेबाजी करने अंबाती रायडू क्रीज पर थे.
चेन्नई को आखिरी 3 ओवर में 38 रन बनाने थे. लेकिन रायडू ने अगले ओवर की शुरुआत विस्फोटक की. 13वें ओवर फेंकने आए मोहित शर्मा की पहले तीन गेंद पर रायडू ने 6-4-6 मारा. लेकिन अगले ही गेंद पर रायडू आउट हो गए.
अब बारी थी माही की. लेकिन माही आये और चलते बने. धोनी बिना खाता खोले मिलर को कैच थमा बैठे.
चेन्नई को आखिरी 2 ओवर में 21 रन बनाने थे जबकि हाथ में अभी 5 विकेट थे. क्रीज पर अब जडेजा आए थे. अगले ओवर में चेन्नई ने 8 रन बनाए और आखिरी ओवर में टीम को 13 रन बनाने थे. फाइनल ओवर के आखिरी दो गेंद पर एक छक्का और एक चौका मारकर जडेजा ने चेन्नई को जीत दिला दी.
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