यश दयाल (Yash Dayal) ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें अपने करियर में इतनी जल्दी 'चेतन शर्मा मोमेंट' मिलेगा. आखिरी ओवर में रिंकू सिंह द्वारा लगातार पांच छक्के जड़ने के बाद यश दयाल के घर में हर कोई उदास था. मां राधा दयाल ने खाना नहीं खाया.
समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में उनके पिता चंद्रपाल दयाल ने कहा, "कल ये एक बुरा सपना था." उन्होंने आगे कहा, हम टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के हमेशा ऋणी हैं, जिन्होंने और टीम के अन्य साथियों ने यश को अकेला नहीं छोड़ा और उन्हें खुश करने की कोशिश की.
दयाल के पिता ने फोन पर की उनसे बात
कप्तान हार्दिक पांड्या सहित टीम का हर सदस्य केकेआर से हारने के बाद यश के साथ खड़ा रहा. उनके पिता ने कहा, "उन्होंने उसे बीच में बैठाया और सांत्वना दी. बाद में, नाच-गाना भी हुआ."
देर रात यश दयाल के पिता ने अपने बेटे को फोन किया और बातचीत की. पिता चंद्रपाल ने कहा, "उसने मुझे बताया कि किसी तरह गेंद बाहर स्लिप हो रही थी और यॉर्कर मिस करने के कारण रात में उसकी ग्रिप ठीक से नहीं बन पा रही थी. हो सकता है कि रिंकू का उसकी गेंदबाजी स्टाइल से परिचित होना भी एक नुकसान बन गया."
विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा था दयाल का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के एक बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज, यश को विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में 14 विकेट लेने के बाद गुजरात टाइटंस द्वारा चुना गया था. उन्होंने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए नेट्स में गेंदबाजी की थी और उस सीजन में विजय हजारे ट्रॉफी में विकेट लेने वाले शीर्ष 10 गेंदबाजों में शामिल थे.
यश एक मेधावी छात्र भी हैं और उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान ऑनर्स में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं.
मजबूती से वापसी करेंगे यश- कोच
बचपन से यश को जानने वाले कोच अमित पाल ने कहा कि यश मजबूती से वापसी करेगा. "यह उसका दिन नहीं था. वह बहुत अच्छी यॉर्कर फेंकता था, लेकिन कल नहीं कर सका. शायद वह दबाव में था. शायद यह इसलिए था क्योंकि दूसरे छोर पर रिंकू था जो उसे जूनियर कैंप के दिनों से अच्छी तरह से जानता है.
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