रेप आरोपी, भगोड़े स्वयंभू बाबा नित्यानंद को खुद का देश 'कैलासा' बनाए अब समय हो चुका है. ऐसा नहीं है कि बस देश ही नित्यानंद ने बनाए है, अलग-अलग लेवल पर हर रोज कैलासा में कुछ न कुछ होता भी रहता है. 22 अगस्त को बकायदा प्रेस रिलीज जारी कर 'रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा' और नई करेंसी का भी ऐलान हो गया है. वहीं रविवार को आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से कहा गया कि, "गणपति के आशीर्वाद से, हम हिंदू धर्म आधारित संगठनों के प्रशासन के लिए एक मॉडल सरकार स्थापित करने के लिए एक हिंदू संसद स्थापित करना चाहते हैं."
संसद का गठन कैसे होगा?
- संसद को स्थापित करने में छह माह का वक्त लग सकता है.
- हिंदू संसद में पांच संस्थाओं का गठन होगा, जिनमें चित सभा, राजा सभा, देव सभा, कांगा सभा और नित्यानंद सभा रहेंगी.
- ये सभी पांच संस्थाएं उस तरह से होंगे, जिसके बारे में 'परमशिव' ने वेदों और 'आगमशास्त्रों' में कहा है.
- चित सभा चेतना आधारित आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान पेश करेगी, जो सभी हिंदू प्रतिनिधियों, प्रबुद्ध स्वामी, गुरु और अन्य लोगों का स्वागत करती है, जो स्वेच्छा से संसद के विनम्र अनुरोध और निमंत्रण को स्वीकार करती है.
- ये साथ ही हिंदू आशीर्वाद प्रणाली पेश करेगी.
- राजा सभा एक जिम्मेदार लोकतांत्रिक सेटअप होगी, जो देशों के हिंदू नेताओं, सहानुभूति रखने वाले और हिंदू सिद्धांतों की सराहना करने वाले राजनीतिक नेताओं को आमंत्रित करेगी.
- हिंदू देव सभा व्यक्तियों के लिए एक थिंक टैंक है, जो वेदों, इतिहास, पुराणों और आगामों में निहित उच्चतम हिंदू प्रशासनिक सिद्धांतों पर रहने के लिए दूसरों को प्रेरित करती है.
- कांगा सभा हिंदू अस्तित्व के विकास से संबंधित संघटित सिद्धांतों के समूह के साथ एक इकाई है.
- इन पांच सभाओं के संगम को नित्यानंद हिंदू संसद बता रहे हैं.
- हर सभा में 1,008 सदस्यों की क्षमता होगी.
अरे! पहले देश का स्ट्रक्चर तो समझ लीजिए
अगर आप सोच रहे हैं कि ये संसद बनाने वाले इस देश के बारे में बस इतनी ही बात है तो आप गलतफहमी में हैं, जरा इस 'देश' का स्ट्रक्चर तो समझ लीजिए.
कैलासा के ऑफिशियल वेबसाइट पर किए दावे के मुताबिक, देश का प्रोफाइल कुछ ऐसा है
- आबादी- 10 करोड़ आदि शैव, 2 करोड़ हिंदू धर्म मानने वाले (हिंदू धर्म को मानने और अपनाने वाले सभी लोग नागरिकता के लिए योग्य हैं.)
- भाषा- इंग्लिश, संस्कृत, तमिल
- धर्म- सनातन हिंदू धर्मू
- सेक्रेड सिंबल- नंदी
- राष्ट्रीय झंडा- ऋषभ ध्वज
- राष्ट्रीय फूल- कमल
- राष्ट्रीय पेड़- बरगद
नित्यानंद के ‘देश’ कैलासा का मिशन
इस कथित राष्ट्र की वेबसाइट बताती है, 'कैलासा एक गैर-राजनीतिक राष्ट्र है, जिसका विजन पूरी तरह से मानवता पर आधारित है. इस लक्ष्य के साथ, यह देश प्रमाणिक हिंदू धर्म पर आधारित प्रबुद्ध संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए समर्पित है, जो कभी अफगानिस्तान, भारत, नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया समेत पूरे महाद्वीप में 56 से ज्यादा देशों में फैला था. लेकिन अब जो विलुप्त होता रहा है.'
नित्यानंद के ‘देश’ में कैबिनेट भी
'कैलासा' के लिए पासपोर्ट के दो संस्करणों को अंतिम रूप दिया गया है, एक सुनहरे रंग का और दूसरा लाल. झंडे का रंग मैरून है और इस पर दो प्रतीक हैं- एक सिंहासन पर नित्यानंद और दूसरा एक नंदी है. नित्यानंद ने अपने 'देश' के लिए एक कैबिनेट भी बनाई है और अपने एक करीबी अनुयायी 'मा' को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.
वेबसाइट पर सरकार का जो ढांचा बताया गया है उसमें गर्वंमेंट डिपार्टमेंट एंड एजेंसी सेक्शन में पहला डिपार्टमेंट ऑफिस ऑफ एचडीएच है, जो नित्यानंद के ऑफिस, सरकार के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और कार्यालय के सोशल मीडिया के डिजिटल एंगेजमेंट और सोशल मीडिया के लिए जिम्मेदार है.
इस डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी, एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी, एडमिनिस्ट्रेटिव टीम, फुल टाइम ऑफिसर, पार्ट टाइम वॉलेंटियर और एडवाइजर पर है.
इसके अलावा- डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी एंड डिफेंस, डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, डिपार्टमेंट ऑफ हाउसिंग, डिपार्टमेंट ऑफ ह्यूमन सर्विस, डिपार्टमेंट ऑफ एजूकेशन, डिपार्टमेंट ऑफ टेक्नोलॉजी और डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ जैसे विभाग शामिल किए गए हैं.
देश छोड़कर भाग चुका है रेप का आरोपी नित्यानंद
अपनी अनुयायियों के साथ बलात्कार और बच्चों को अगवा करने का आरोपी नित्यानंद अक्टूबर 2019 में भारत से भाग गया था. दिसंबर 2019 में, नित्यानंद ने घोषणा की थी कि उसने अपने हिंदू देश कैलासा की नींव रख दी है.
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