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वायरल से अस्पताल तक-ढाबा वाले बाबा के साथ बीते दिनों क्या हुआ?

कभी इंटरनेट सनसनी तो कभी फिर से वही मुफलिसी, ‘बाबा का ढाबा’  की अबतक की कहानी

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‘फर्श से अर्श पर जाना' और 'अर्श से फर्श पर आने' का जीता जागता उदाहरण देखना है तो बाबा का ढाबे वाले कांता प्रसाद की पूरी कहानी को गौर से देखिए. 80 साल के कांता प्रसाद इस वक्त सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रहे हैं. ऐसा शक जताया जा रहा है कि ये खुदकुशी की कोशिश भी हो सकती है.दिल्ली पुलिस का कहना है कि शराब और नींद की गोलियां लेने की वजह से बेहोशी के हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच जारी है.

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चैप्टर 1: अक्टूबर, 2020 में रातोंरात इंटरनेट सनसनी बन गया था बाबा का ढाबा

कभी इंटरनेट सनसनी तो कभी फिर से वही मुफलिसी, ‘बाबा का ढाबा’  की अबतक की कहानी

इस पूरी कहानी की शुरुआत पिछले साल अक्टूबर में हुई. जब गौरव वासन नाम के यूट्यूबर का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. दिल्ली के मालवीय नगर में हनुमान मन्दिर के पास एक साधारण झुग्गी में ढाबा खोले ‘बाबा’ रोते हुए नजर आए थे. लॉकडाउन की वजह से कमाई बिल्कुल बंद हो गयी थी. कमाई बंद हो जाने से परेशानियां इतनी हो गयीं कि खाने तक के पैसे नहीं थे.

गौरव का ये वीडियो रातोंरात वायरल हुआ, जिसके बाद उनके दुकान पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी और लोगों ने खूब मदद भी की थीबाबा को आर्थिक मदद मिलने लगी. कई फिल्मी सितारों ने ये कहानी शेयर की साथ ही साथ गौरव वासन की भी खूब तारीफें हो रही थीं.

चैप्टर 2: धांधली के आरोप, बयानबाजी, नाराजगी

कभी इंटरनेट सनसनी तो कभी फिर से वही मुफलिसी, ‘बाबा का ढाबा’  की अबतक की कहानी
लेफ्ट: बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद, राइट: यूट्यूबर गौरव वासन
(फोटो: स्क्रीनशॉट)

अभी सोशल मीडिया की तारीफों का सिलसिला पूरी तरह से थमा भी नहीं था कि एक महीने के भीतर बाबा कांता प्रसाद ने आरोपों का बम फोड़ दिया. गौरव वासन पर पैसे की हेराफेरी के आरोप लगा दिया. वो दौर ऐसा था जब कांता प्रसाद की बातचीत में पहले सी नरमी नहीं दिख रही थी. यहां तक वो ये कहते दिखे थे कि मैंने किसी को अपने पास आने के लिए नहीं कहा था, सब मेरे पास खुद आए. . बाबा का आरोप था कि यूट्यूबर गौरव वासन ने बाबा का ढाबा की मदद करने के लिए लोगों से अपने, अपनी पत्नी और अपने रिश्तेदारों के बैंक एकाउंट में पैसे मंगवाए डोनेशन के पैसे बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद को नहीं दिए गए. हालांकि गौरव वासन इन सभी आरोपों को गलत बता रहे थे. पुलिस ने मामले की जांच भी की, गौरव से सभी दस्तावेज मंगाए गए.

आलम ये था कि कांता प्रसाद कुछ लोगों से घिरे भी नजर आ रहे थे और इसी बीच प्रेस वार्ता भी करते दिखे थे. ये नवंबर, 2020 का पहला हफ्ता था कांता प्रसाद उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह रहे थे कि 80 साल की उम्र में मुझे गालियां दी जा रही हैं. बाबा के वकील प्रेम जोशी ने प्रेस वार्ता में तमाम दस्तावेज दिखाते हुए आरोप लगाया कि,

“बाबा को हिसाब नहीं दिया गया, यह केवल मिस कम्युनिकेशन है, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. वहीं गौरव ने कई लोगों को बताया कि 20 लाख बाबा के बैंक अकाउंट में आये हैं. गौरव को कैसे पता 20 लाख रुपये आये हैं. अगर 20 लाख आये है तो वो पैसे कहा हैं?”

चैप्टर 3 : अर्श वाले दिन

इन आरोपों के बीच कांता प्रसाद धीरे-धीरे प्रगति करते नजर आए. उन्होंने अपना रेस्टोरेंट खोल लिया. आर्थिक मदद से रेस्टोरेंट में शेफ और एक हेल्पर को नौकरी दी गई. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ही कांता प्रसाद और उनकी पत्नी बादमी देवी की आंखों का इलाज 'शार्प साइट आई' अस्पताल ने मुफ्त में किया है.

कभी इंटरनेट सनसनी तो कभी फिर से वही मुफलिसी, ‘बाबा का ढाबा’  की अबतक की कहानी

बीच-बीच में कांता प्रसाद आरोपों पर डटे हुए भी नजर आए और ये कहते रहे कि आरोप गलत निकले तो उन्हें माफी मांगने में कोई हर्ज नहीं है. गौरव वासन भी कुछ जगहों पर सफाई देते देखे गए. कांता प्रसाद ने इस बीच ये भी आरोप लगाए कि उन्हें गालियां दी जा रही हैं, मैसेज भेजे जा रहे हैं.

इस बीच जो सोशल मीडिया बाबा के ढाबा को वायरल कर चुकी थी अब बाबा पर मीम्स बना रही थी. कुछ लोग ट्विटर फेसबुक पर बाबा को तो कुछ गौरव वासन को कटघरे में खड़ा कर रहे थे.

चैप्टर 4: रेस्टोरेंट बंद, आर्थिक हालत सही नहीं

कभी इंटरनेट सनसनी तो कभी फिर से वही मुफलिसी, ‘बाबा का ढाबा’  की अबतक की कहानी

अभी जून में ही खबर आई कि कांता प्रसाद का ढाबा करीब चार महीने पहले बंद हो गया है. फिर से वो ढाबे पर खाना बेचने लगे हैं.बाबा कांता प्रसाद के बेटे आजाद का कहना था कि, करीब 4 महीने पहले रेस्टोरेंट बंद हो गया था, लोग आना कम हो गए थे. खर्चा के अनुसार कमाई बेहद कम हो रही थी. रेंट, काम करने वाले लड़कों की तनख्वाह, बिजली और पानी का बिल भरना पड़ता था.

उन्होंने कहा, रेस्टोरेंट खोलने में डेढ़ लाख से अधिक पैसे लगे थे. रेस्टोरेंट बंद होने के बाद हमने सारा सामान बेच दिया, जिससे 30 से 40 हजार रुपये मिले. मेरे पिता कांता प्रसाद ने अपना ढाबा कभी छोड़ा नहीं था, अफवाह उड़ा दी गई थी. बाबा तब भी ढाबे पर थे, हैं और रहेंगे.

फिलहाल ढाबे पर लोग कम आ रहे हैं. हाल ही में यूट्यूबर गौरव वासन भी कांता प्रसाद और उनकी पत्नी से मिलने फिर से ढाबे पर गए थे और तस्वीर भी शेयर की थी.

अब खबर आई है कि बाबा का ढाबा वाले कांता प्रसाद अस्पताल में भर्ती हैं. उनकी पत्नी का कहना है कि बेहोश होने से पहले कांता प्रसाद ने क्या खाया था या उनके दिमाग में क्या चल रहा था नहीं पता.

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