भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को फिर 'देशभक्त' बताया है. 27 नवंबर को लोकसभा में एक बहस के दौरान प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया.
लोकसभा में बुधवार को एसपीजी (संशोधन) बिल पर बहस के दौरान, डीएमके नेता ए. राजा अपनी बात रख रहे थे, जब उन्होंने गोडसे के उस बयान का जिक्र किया कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा. तभी प्रज्ञा ठाकुर ने बीच में टोकते हुए कहा, ‘आप एक देशभक्त का उदाहरण नहीं दे सकते.’
प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान के बाद हंगामा मच गया है. कांग्रेस ने ठाकुर के बयान की निंदा करते हुए पूछा है कि क्या पीएम मोदी, प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान की निंदा करेंगे या चुप रहेंगे?
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 'गोडसे की सोच के भाजपाइयों ने जो गांधीवादी मुखौटा लगाया था, आज संसद में उतर गया. मोदी जी, देश अब आपको और बीजेपी को कभी 'मन से माफ' नहीं करेगा.'
कांग्रेस सासंद गौरव गोगोई ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं हमेशा से मानता आया हूं कि बीजेपी गांधी बोलती है, लेकिन यकीन गोडसे में करती है. एसपीजी प्रोटेक्शन एक्ट पर भाषण के दौरान, मैंने कहा था कि बीजेपी में कई लोग प्रज्ञा ठाकुर के विचारों का समर्थन करते हैं. गृहमंत्री अमित शाह को तुरंत ठाकुर को माफी मांगने के लिए कहना चाहिए था.'
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसके लिए इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा
प्रज्ञा के नाम, कई विवादित बयान
नाथूराम गोडसे के प्रति प्रज्ञा ठाकुर की सहानुभूति कोई पहली बार देखने को नहीं मिली है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने गोडसे को देशभक्त बताया था. प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था, 'नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे... उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबां में झांक कर देखें. चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.'
टिप्पणी पर हंगामा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह कहना पड़ा था कि वह प्रज्ञा ठाकुर को बापू पर उनकी टिप्पणी के लिए कभी ‘मन से माफ’ नहीं करेंगे. इसके बाद में प्रज्ञा ने इसके लिए माफी मांगी और अपने बयान को वापस ले लिया. इसके अलावा भी प्रज्ञा ठाकुर अपने कई बयानों को लेकर विवादों में घिर चुकी हैं.
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