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संसदीय कमेटी में प्रज्ञा,कांग्रेस ने कहा-गोडसे भक्तों के अच्छे दिन

मोदी सरकार ने मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

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मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से बीजेपी सांसद और मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में शामिल करने के बाद विवाद शुरू हो गया है. विपक्षी नेता इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस ने इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारतीय सेना और हर भारतीय का अपमान बताया है.

अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाली प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में शामिल किया गया है.

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कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने कहा, "आतंकी हमले की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की एक कमेटी में शामिल कर लिया गया. बीजीपी ने ऐसे शख्स को इनाम दिया, जिसके बारे में पीएम मोदी ने कहा था कि महात्मा गांधी के अपमान के लिए उन्हें कभी माफ नहीं किया जाएगा."

सीपीआई (एम) नेता एमडी सलीम ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अबदुल्ला, महबूबा मुफ्ती को बिना किसी आरोप के घर में नजरबंद कर रखा है, लेकिन एक आतंकी हमले की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर, जो जमानत पर बाहर हैं उन्हें संसदीय रक्षा पैनल में शामिल किया जाता है."

एक्ट्रेस और कांग्रेस नेता नगमा ने कहा, "शहीद हेमंत करकरे को बुरा कहने, महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे का समर्थन करने वाली प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में शामिल कर इनाम दिया गया. ये हमारे राष्ट्रपिता, सेना और हर भारतीय का अपमान है. बहुत ही दुखद."

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में शामिल किए जाने पर ट्वीट किया. उन्होंने पीएम मोदी को उस बयान की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो गोडसे वाले बयान के लिए प्रज्ञा ठाकुर को माफ नहीं करेंगे. प्रशांत भूषण ने ट्विटर पर लिखा-

“प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय कमेटी में शामिल किया गया है. गोडसे को देशभक्त बताने के बयान के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि वो प्रज्ञा ठाकुर को माफ नहीं कर सकते हैं. लेकिन एक आतंकी हमले की आरोपी देश के रक्षा मामलों के फैसले लेने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार है.”

कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा, "कुछ महीने पहले पीएम ने कहा था कि वह प्रज्ञा ठाकुर को कभी माफ नहीं करेंगे, लेकिन आज उनकी रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में नियुक्ति कर इनाम दिया गया. ये साफ है कि ये नाथूराम गोडसे के भक्तों के लिए अच्छे दिन हैं."

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प्रज्ञा ठाकुर जमानत पर हैं बाहर

प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की एक कमेटी में शामिल किया गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में बनी इस कमेटी में कुल 21 सदस्य हैं, जिनमें प्रज्ञा ठाकुर के अलावा फारुक अब्दुल्ला, ए राजा, सुप्रीया सुले, जेपी नड्डा, मीनाक्षी लेखी समेत अन्य सांसद शामिल हैं.

बता दें, प्रज्ञा ठाकुर फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. उन्होंने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत याचिका दायर की थी. जिसके बाद कोर्ट ने प्रज्ञा की जमानत मंजूर कर दी थी. हालांकि कोर्ट ने उन्हें बम धमाके के मामले में दोषमुक्त नहीं किया था. प्रज्ञा के खिलाफ अभी भी मामला चल रहा है, जिसकी सुनवाई के लिए कोर्ट कई बार उन्हें समन भेजकर बुला चुका है.

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