माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला नागरिकता कानून पर अपने 'विचारों' के चलते सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गए हैं. बजफीड के एडिटर बेन स्मिथ को दिए इंटरव्यू में नडेला ने कहा, 'जो कुछ भी हो रहा है वो दुखद है. ये बस बुरा है. मुझे ये देखकर खुशी होगी कि बांग्लादेश से आने वाला प्रवासी भारत में कोई बड़ी शानदार कंपनी बनाए या फिर इंफोसिस का अगला सीईओ बने.'
पिछले कुछ दिनों में देखने को मिला है कि जिसने भी नागरिकता कानून के खिलाफ बोला है, राइट विंग उसे बॉयकॉट करने लगा है. तो जब अमेरिका की इतनी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने इस कानून के खिलाफ अपने विचार रखे, तो सोशल मीडिया पर लोग पूछने लगे कि क्या अब माइक्रोसॉफ्ट और विंडोज को भी बॉयकॉट किया जाएगा?
‘बॉयकॉट कल्चर’ पर कटाक्ष करते हुए कई लोगों ने पूछा कि क्या #BoycottWindows और #BoycottMicrosoft ट्रेंड किया जा रहा है या नहीं?
माइक्रोसॉफ्ट को लोगों ने किया बॉयकॉट
#BoycottMicrosoft और #BoycottWindows सोशल मीडिटा पर ट्रेंड्स में तो नहीं आ पाया, लेकिन कुछ लोगों ने वाकई दोनों को बॉयकॉट करने को कहा. एक यूजर ने लिखा, ‘मैं सत्या नडेला सर का बहुत बड़ा फैन हूं, लेकिन आपने कहा कि सीएए दुखद और खराब है. इसलिए मैं आपको ब्लॉक कर रहा हूं और विंडोज डिलीट करने जा रहा हूं. हेट यू.’
एक यूजर ने लिखा कि माइक्रोसॉफ्ट एंटी-नेशनल है और सीएए का विरोध करता है.
एक यूजर ने तो नाडला का पीएम मोदी के साथ हाथ मिलाते हुए पुराना वीडियो शेयर किया. यूजर ने नडेला के पीएम से हाथ मिलाने का बाद हाथ झाड़ने पर सवाल उठाए.
“नडेला का बोलना अहम”
इकनॉमिस्ट रूपा सुब्रमण्यम ने लिखा कि नडेला ये जानते थे कि उनके विचार माइक्रोसॉफ्ट इंडिया को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लेकिन उन्होंने बोला, स्टैंड लिया और ये जरूर है.
सत्या नडेला मूल रूप से भारत में हैदाराबाद के रहने वाले हैं और 2014 से सॉफ्टवेयर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं. उनका बयान ऐसे मौके पर आया है जब भारत के कई हिस्सों में सीएए और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
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