उत्तर भारत में कड़कड़ाती ठंड में हर कोई ठिठुर रहा है. ठंड में केवल इंसान ही नहीं, बल्िक पशुओं की भी हालत पतली है. इसी को देखते हुए मथुरा के पास एक गांव की महिलाओं ने हाथियों के लिए कपड़े बुने हैं. इनमें सबसे अनोखा है हाथियों का पाजामा है, जिससे उनके पैर पूरी तरह कवर हो जाते हैं. इसके अलावा पीठ पर ओढ़ाने के लिए शॉल भी है.
ये हाथी वाइल्डलाइफ एसओएस एलीफेंट कंजरवेशन एंड केयर सेंटर में रहते हैं. यहां जख्मी और क्रूर महावतों से बचाए गए हाथी लाए जाते हैं.
इस इलाके में रात के समय तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. इसलिए केयर सेंटर और गांव की महिलाओं ने फैसला किया कि इन सताए हुए हाथियों को सर्दी से बचाया जाए. इस वक्त केयर सेंटर में 20 हाथी हैं.
इस कड़ी ठंड में हाथियों को बचाना बहुत जरूरी है. ये कमजोर हैं और इनमें निमोनिया जैसी बीमारी जल्दी होने का खतरा ज्यादा है.कार्तिक सत्यनारायण, केयर सेंटर की संस्थापक
उनका कहना है कि सर्दियों में गठिया की दिक्कत भी आम है और बचाकर लाए गए हाथियों में ये परेशानी अकसर देखने को मिलती है.
कार्तिक ने बताया कि इन सभी हाथियों को अलग-अलग गैरकानूनी कामों में लिप्त लोगों से बचाया जाता है, जैसे तस्करी करने वाले, सड़क पर भीख मंगवाने वाले, गैरकानूनी तौर पर हाथियों को रखने वाले और सर्कस वाले भी. उन्होंने कहा कि अब अगला लक्ष्य है कि 2017 में हम 50 हाथियों को बचाएंगे और उम्मीद करते हैं कि हमारे पास जगह भी बढ़ जाएगी.
स्रोत: INDEPENDENT
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