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76th Independence Day 2022: स्वतंत्रता दिवस इतिहास व महत्व

Independence Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे.

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Independence Day 2022: भारत देश अपनी आजादी का 75वां साल पूरा कर रहा है, और हम 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं. इस जश्न को मनाने के लिए भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है. आजादी का अमृत महोत्सव 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ, 15 अगस्त 2022 से लगभग 75 सप्ताह पहले पीएम मोदी ने साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से आजादी का अमृत महोत्सव की कर्टन रेजर एक्टिविटीज का उद्घाटन किया. ये समारोह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा. आजादी का अमृत महोत्सव भारत के लोगों और जांबाज सिपाहियों को समर्पित है.

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स्वतंत्रता दिवस: महत्व

स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत में राष्ट्रीय अवकाश रहता है. हमारे देश की आजादी हासिल करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने जो संघर्ष किया, उसे याद करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है. इस लंबे संघर्ष के कारण ही भारत एक संप्रभु और लोकतांत्रिक राष्ट्र बना. इस दिन लाल किले, विधानसभा से लेकर देश के सरकारी कार्यालयों में भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और देश को संबोधित करेंगे.

Independence Day: इतिहास

भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता साल 1947 में मिली थी. भारत में ब्रिटिश शासन साल 1757 में शुरू हुआ, जब अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी ने उपमहाद्वीप पर अपने नियंत्रण का प्रयोग करना शुरू कर दिया थी.

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कंपनी को 1857-58 में भारतीयों के अपने पहले बड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा, जिसे अक्सर भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है. लगभग 100 वर्षों तक शासन करने के बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह प्रत्यक्ष ब्रिटिश क्राउन शासन ने ले ली.

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बाद में, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन 20वीं सदी की शुरुआत में फिर से शुरू हुआ. कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के हाथों अपनी जान गंवाई. महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, बीआर अंबेडकर और कई अन्य लोगों के नेतृत्व में लोग भारत के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बनने लगे. आखिरकार 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली.

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