एक ऐसा पहनावा कैसे बनाया जाए जो पहनने वाले की पर्सनेलिटी को और निखार दे. अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो इसका जवाब है राहुल मिश्रा के पास. राहुल मिश्रा ने अपनी कलेक्शन परीजाद को 10 वें कूटुर वीक 2017 में जब लोगों के सामने प्रजेंट किया तो हर तरफ से बस एक ही आवाज आई ‘वाउ’.
अपने नाम की तरह ही परीजाद का मतलब है- दिव्य का जन्म. एक वॉर्निंग आपको पहले से ही दे दें कि जब तक आप ये खरीद नहीं लेंगे आपको चैन नहीं आएगा.
पेश है राहुल मिश्रा की परीजाद:
कलेक्शन में गीरीख और हफत रांगी काम का इस्तेमाल किया गया है. कपड़ों की खूबसूरती एक अलग ही तरीके से निकल कर आ रही है. लेकिन जब मिश्रा ने अपने कपड़ों में चमक की एंट्री की तो वो भी देखने लायक थी.
ये हुनर काफी कम लोगों में होता है.
परीजाद के साथ राहुल मिश्रा एक बार फिर से खूबसूरत और कोमल कपड़ों के राजा बन गए हैं.
राहुल मिश्रा को व्यतिगत तौर पर धन्यावाद करना चाहूंगी कि सिंपल और खूबसूरत कपड़ों को कोई तो लेकर आया.
(हमें अपने मन की बातें बताना तो खूब पसंद है. लेकिन हम अपनी मातृभाषा में ऐसा कितनी बार करते हैं? क्विंट स्वतंत्रता दिवस पर आपको दे रहा है मौका, खुल के बोल... 'BOL' के जरिए आप अपनी भाषा में गा सकते हैं, लिख सकते हैं, कविता सुना सकते हैं. आपको जो भी पसंद हो, हमें bol@thequint.com भेजें या 9910181818 पर WhatsApp करें.)
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)