धनतेरस (Dhanteras 2019) का त्योहार आज पूरे देश में धूमधाम के साथ सेलिब्रेट किया जा रहा है. धनतेरस हिंदुओं के बड़े त्योहारों में शामिल है. आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि इसी दिन प्रकट हुए थे, इसलिए इसे धनतेरस के नाम से जाना जाता है. इस दिन लोग अन्य चीजों के अलावा सोना और डायमंड जैसी महंगी धातुओं की चीजें भी खरीदते हैं. लोगों को पूरे साल धनतेरस का बेसब्री से इंतजार रहता है.
ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो कुछ भी खरीदा जाता है, उसमें लाभ होता है और धन-संपदा में वृद्धि होती है. यही कारण है कि लोग सोना या डायमंड खरीदने के लिए आज का दिन चुनते हैं. अगर आप भी आज धनतेरस के दिन सोना या डायमंड खरीदने जा रहे हैं, तो आपके लिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
सोने की शुद्धता की जांच
सोने की शुद्धता को कैरेट में नापा जाता है. 24 कैरेट का सोना 99.9 प्रतिशत और 22 कैरेट का सोना 92 प्रतिशत शुद्ध माना जाता है. सोने की शुद्धता की जांच किए बिना इसे कभी नहीं खरीदना चाहिए. हालांकि ध्यान रखें कि 24 कैरेट सोना ज्वेलरी के लिए ठीक नहीं होता है, वह केवल सोनारों के लिए होता है, जबकि ज्वेलर्स ज्यादातर 14, 18 या 22 कैरेट सोने का ही इस्तेमाल करते हैं.
हॉलमार्क से सोने की पहचान
सोना खरीदते वक्त हॉलमार्क जरूर देख लें. सोने की शुद्धता को हॉलमार्क के जरिए जाना जाता है. हॉलमार्क यह दिखाता है कि प्रोडक्ट को सभी फिटनेस या शुद्धता के पैमानों पर ही बनाया है. इसके अलावा इसमें ज्वेलर्स का नंबर और पहचान संख्या भी लिखी होती है.
सोने की कीमत की जानकारी
सोना खरीदते वक्त आपको सोने की कीमत की जानकारी होनी चाहिए. हर दिन सोने के दाम बढ़ते-घटते रहते हैं. ऐसे में सभी ज्वेलर्स डेली गोल्ड रेट को ही अपने ग्राहकों को बताता है. ऐसे में सबसे पहले सोने की कीमतों का पता कर लें और फिर डिस्काउंट का पता लगाएं.
उदाहरण के तौ पर 10 ग्राम सोने की कीमत 38,500 रुपए है. ऐसे में 22k गोल्ड (91.6 प्रतिशत शुद्धता) की कीमत करीब 35,260 रुपए होगी.
महंगे स्टोन की जांच
भारत में लोग गहनों को भारी लुक देने के लिए अलग-अलग तरह के महंगे स्टोन भी लगवाते हैं. ऐसे में अपने गहनों पर लगे महंगे स्टोन की भी जांच-परख अच्छे से करनी चाहिए.
मेकिंग चार्ज
हर ज्वेलर्स ग्राहकों से ज्वेलरी की बनवाई लेता है. मेकिंग चार्ज ज्वेलरी के टाइप और डिजाइन पर निर्भर करते हैं. इसके अलावा यह भी देखना चाहिए कि ज्वेलरी हैंडमेड है या फिर मशीन से बनाई गई है. मशीन से बनाई गई ज्वेलरी के मेकिंग चार्ज हैंडमेड की तुलना में कम होते हैं.
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