1997 भारत और दुनियाभर के बच्चों के लिए एक खास साल था. इसी साल सितंबर में भारत में शक्तिमान सीरियल शुरू हुआ. वहीं 26 जून, 1997 को दुनिया को एक बेहतरीन कहानी 'हैरी पॉटर' के किताबों के जरिए मिली.
हैरी पॉटर सीरीज की पहली किताब 'हैरी पॉटर एंड दी फिलॉसौफर्स स्टोन' 26 जून को ही रिलीज हुई थी. खैर, शक्तिमान का जादू तो साल 2005 में सीरियल की ब्रॉडकास्टिंग बंद होने के बाद धीरे-धीरे कम हो गया, लेकिन हैरी पॉटर का जादू अब भी दुनियाभर के बच्चों और उस दौर के बच्चों पर सिर चढ़कर बोलता है.
एक जादुई स्कूल, कई जादुई कारनामे, दोस्ती-दुश्मनी के फ्लेवर और ढेर सारे रोमांच से बनी हैरी पॉटर की कहानी 7 किताबों और 8 फिल्मों के जरिए पेश की गई. हैरी पॉटर सीरिज की किताबों से लेकर फिल्मों तक ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए और साथ ही बदल दिए कई ट्रेंड. इन पर डालते हैं एक नजर:
जब उन 8 पब्लिशर्स को लगा होगा धक्का!
हैरी पॉटर सीरीज की लेखिका जेके राउलिंग की किताब को 8 पब्लिशर्स ने छापने से इनकार कर दिया था. राउलिंग के आर्थिक हालात भी कुछ खास अच्छे नहीं थे. यूके के एडिनबर्ग में राउलिंग अपनी बेटी के साथ रहा करती थीं. खाली समय में कैफे में बैठकर उन्होंने सीरीज की पहली किताब को लिखा था.
8 पब्लिशर्स के मना करने के बाद ब्लूम्सबरी पब्लिशर्स राउलिंग की पहली किताब ‘हैरी पॉटर एंड दी फिलॉसौफर्स स्टोन’ को छापने के लिए तैयार हुआ. इस किताब के एवज में राउलिंग को 2500 पाउंड एडवांस मिला था.
'ब्लूम्सबरी की किस्मत बदल गई'
ब्लूम्सबरी को भी नहीं पता था कि ये किताब उनकी किस्मत बदल देगा. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1995 तक ब्लूम्सबरी का टर्नओवर महज 11 मिलियन पाउंड था. 1997 में सीरीज की पहली किताब छपी और 1999 में कंपनी का टर्नओवर 21 मिलियन पाउंड तक पहुंच गया.
साल 2001 आते-आते ब्लूम्सबरी का कुल टर्नओवर 100 मिलियन पाउंड से भी ज्यादा हो गया. हैरी पॉटर सीरीज की ही बदौलत ब्लूम्सबरी पब्लिशर्स बच्चों की कैटेगरी की किताबों में शीर्ष तक पहुंच पाया था.
बता दें कि पूरी दुनिया में अब तक इस किताब की 73 भाषाओं में करीब 50 करोड़ प्रतियां बिक चुकी हैं.
किताबों को लेकर लोगों का नजरिया बदला
हैरी पॉटर सीरीज के आने से पहले तक ये माना जाता था कि बच्चे किताब पढ़ने में कम दिलचस्पी रखते हैं. नजरिया ये था कि बच्चे कार्टून्स और वीडियो गेम्स के लिए ज्यादा आकर्षित थे.
लेकिन हैरी पॉटर ने किताबों को लेकर लोगों का नजरिया ही बदल दिया. हैरी पॉटर ने बच्चों को किताब पढ़ने की तरफ आकर्षित किया. ये माना जाने लगा कि मोटी-मोटी किताबें भी बच्चे पढ़ते हैं अगर वो रोचक ढंग से लिखी गई हों.
बेशुमार प्रसिद्धि को देखते हुए कई और किताबें भी इसी जॉनर में आने लगी. शुरुआत में इस किताब को सिर्फ बच्चों के लिए ही माना जाता था, लेकिन बाद में वयस्क और टीनेजर भी इस किताब में दिलचस्पी दिखाने लगे.
फिल्मों में उतरते ही हैरी पॉटर ने मचाया धमाल
किताब की प्रसिद्धि को देखते हुए वॉर्नर ब्रदर्स ने साल 1999 में हैरी पॉटर सीरीज के शुरुआती 4 किताबों के राइट खरीदे.
बाद में सीरीज की 7 किताबों पर 8 फिल्में बनाई गईं, जिनका कुल बजट 1.2 बिलियन डॉलर था. पहली फिल्म साल 2001 में रिलीज हुई और आखिरी फिल्म 10 साल बाद साल 2011 में रिलीज हुई.
बता दें कि इन 8 फिल्मों ने 7.7 बिलियन डॉलर की कमाई की, जिसका मतलब है कि हर फिल्म ने औसतन 965.4 मिलियन डॉलर की कमाई की.
हैरी पॉटर की फिल्मों को दुनियाभर में सराहा गया, इसी का नतीजा रहा कि हॉलीवुड में भी ट्रेंड बदलने लगा. जादुई दुनिया और बच्चों पर इसी तरह की कई फिल्में आने लगीं- क्रॉनिकल ऑफ नॉर्निया, द गोल्डन कंपास कुछ ऐसी ही फिल्में हैं.
फिल्म की प्रसिद्धि का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि आज भी दुनियाभर के कई बच्चे हॉलीवुड एक्ट्रेस एमा वॉटसन को हरमाईन और एक्टर डेनियल रेडक्लिफ को हैरी पॉटर के तौर पर ही जानते हैं.
किताब रिलीज हुए 20 साल बीत चुके हैं. इस बीच कई ट्रेंड बदल चुके हैं, लेकिन हैरी पॉटर की किताबों का तिलिस्म अब भी खत्म नहीं हुआ है. अगर जेके राउलिंग की इस किताब को महाग्रंथ कहें, तो अतिशयोक्ति नहीं होगी.
(SOURCE: बिजनेस स्टैंडर्ड)
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