Hindi Diwas 2020: हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है. देश में पहली बार 14 सितंबर, 1953 को हिंदी दिवस मनाया गया था. दरअसल राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी. इसके बाद से हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है.
हिन्दी दिवस (Hindi Diwas) के दिन कई कार्यक्रम होते हैं. इस दिन छात्र-छात्राओं को हिन्दी के प्रति सम्मान और दैनिक व्यवहार में हिन्दी के उपयोग करने आदि की शिक्षा दी जाती है. इस दिन हिन्दी निबंध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता, विचार गोष्ठी, काव्य गोष्ठी, कवि सम्मेलन, पुरस्कार समारोह आदि होते है.
हिन्दी कब बनी आधिकारिक भाषा
6 दिसंबर 1946 को आजाद भारत का संविधान तैयार करने के लिए संविधान सभा का गठन हुआ. सच्चिदानंद सिन्हा संविधान सभा के अंतरिम अध्यक्ष बनाए गए. इसके बाद डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को इसका अध्यक्ष चुना गया. डॉ भीमराव अंबेडकर संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमेटी (संविधान का मसौदा तैयार करने वाली कमेटी) के चेयरमैन थे.
संविधान में विभिन्न नियम-कानून के अलावा नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा का मुद्दा भी अहम था क्योंकि भारत में सैकड़ों भाषाएं और हजारों बोलियां थीं. काफी विचार-विमर्श के बाद हिन्दी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की आधिकारिक भाषा चुना गया.
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजी के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया. बाद में जवाहरलाल नेहरू सरकार ने इस ऐतिहासिक दिन के महत्व को देखते हुए हर साल 14 सितंबर को ‘हिन्दी दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया.
भारत की कुल 22 अनुसूचित भाषाएं हैं, जिनमें से दो हिंदी और अंग्रेजी को आधिकारिक तौर पर उपयोग किया जाता है. देशभर में हिंदी लगभग 32.2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है जबकि लगभग 27 करोड़ लोग अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
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