Pregnancy Yogasanas: शरीर को स्वस्थ रखने में योग जरूरी है. योग करने से शरीर ना केवल एक्टिव रहता है बल्कि शरीर के सभी अंग ठीक तरह से काम करते हैं.
प्रेग्नेंसी के दौरान, जब महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं उस समय योग करना और भी जरूरी हो जाता है. ऐसे में इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर हम आपकों योग के पांच ऐसे आसन बता रहें हैं जिनको करने से स्वास्थ्य लाभ मिलेगा.
प्रेग्नेंसी के दौरान किए जाने वाले योगासन
1. भद्रासन
पैरों को पूरी तरह फैलाकर चटाई पर बैठ जाएं. पैरों को चटाई के संपर्क में रखते हुए, एक दूसरे को छूते हुए अपने पैरों से 'नमस्ते' बनाएं. बिना आगे झुके सीधे बैठ जाएं. अपने हाथों को घुटनों पर रखें. कुछ समय के लिए इस मुद्रा में रहें. फिर अपने पैरों को सीधा करें, एक मिनट के लिए आराम करें और फिर से दोहराएं.
इस आसन के लाभ
इस आसन को करने से शरीर मजबूत होगा, कमर और कूल्हे के क्षेत्र में लचीलेपन में सुधार करता है, जांघों और घुटनों को फैलाता है और दर्द को कम करता है.
2. त्रिकोणासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को मिलाते हुए सीधे खड़े हो जाएं. अब अपने हाथों को शरीर के दोनों ओर आराम दें. धीरे-धीरे अपने पैरों को अलग फैलाएं. अपना दाहिना हाथ ऊपर उठाएं. गहरी सांस लें और अपनी बाईं ओर झुकें और बाईं हथेली को फर्श पर रखकर संतुलन बनाएं. अपने सिर को ऊपर की ओर झुकाएं और अपनी टकटकी को दाहिने हाथ की उंगलियों पर टिकाएं और 20 तक गिनें. दाईं ओर झुकते हुए आसन को दोहराएं.
इस आसन के लाभ
यह पीठ दर्द और तनाव को कम करता है, गर्भावस्था के दौरान पाचन क्रिया में सुधार करता है.
3. मार्जरी आसन
अपने घुटनों के बल झुकें और अपना सिर सीधा रखें. गहरी सांस लें और अपने सिर को थोड़ा पीछे धकेलते हुए अपनी ठुड्डी को ऊपर उठाएं. गहरी सांस लेते हुए 30 सेकंड या जितनी देर तक आराम से रहें, इस मुद्रा को बनाए रखें. सांस छोड़ें और अपनी ठुड्डी को अपनी छाती के पास लाएं. पीठ को जितना हो सके आराम से मोड़ें. इस आसन को दोहराएं.
इस आसन के लाभ
यह तीसरी तिमाही में फायदेमंद होता है. यह और कंधों को फैलाता है, रीढ़ को लचीला बनाता है.
4. पर्वतासन
सीधे बैठें और श्वास लें अपनी बाहों को ऊपर उठाएं और अपनी हथेलियों को 'नमस्ते' स्थिति में मिला लें. अपनी कोहनियों को सीधा रखें. अपने हाथों को अपने कानों के पास रखें. कुछ सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें और फिर से सामान्य स्थिति में आ जाएं.
इस आसन के लाभ
यह शरीर की मुद्रा में सुधार करता है, पीठ और गर्दन के दर्द से राहत देता है.
5. शवासन
पीठ के बल लेट जाएं और आंखें बंद कर लें. अपने शरीर और दिमाग को आराम दें. सामान्य रूप से सांस लें और अपनी सांस को रोककर न रखें. कुछ देर बाद खड़े हो जाएं.
इस आसन के लाभ
यह योगासन शरीर को ठंडा करता है, मन को शांत करता है.
इन सभी प्रकार के आसनों को करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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