Rabindranath Tagore Jayanti Wishes And Motivational Quotes: भारत के राष्ट्रगान 'जन गण मन' और बांग्लादेश के राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' के रचयिता एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की आज 163वीं जयंती है. आज पूरा देश गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर का स्मरण कर रहा है. उनका जन्म 07 मई 1861 को कोलकाता में हुआ था और उनका निधन 07 अगस्त 1941 को हुआ था.
रबीन्द्रनाथ टैगोर एक लेखक के साथ संगीतकार, नाटककार, गीतकार, चित्रकार और कवि के तौर पर अपनी पहचान बनाई हैं. सन 1913 में रविंद्रनाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया. वह भारत के साथ ही एशिया महाद्वीप में नोबेल पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति हैं. रविंद्रनाथ टैगोर ने करीब 2,230 गीतों की रचना की, उनके विचार और कथन आज भी भारत समेत पूरे विश्व के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. आज रविंद्रनाथ टैगोर की जयंती पर उनके वो अनमोल विचार लेकर आए है जिन्हें शेयर कर आप आज उन्हें याद कर सकते हैं.
Rabindranath Tagore Jayanti 2024: शेयर करें यें मैसेज, कोट्स
आप समुद्र के किनारे खड़े होकर और उसके जल को घूरकर पार नहीं कर सकते हैं.
प्यार अधिकार का दावा नहीं करता बल्कि यह आजादी देता है.
हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम इस दुनिया से प्रेम करते हैं.
जब हम विनम्र होते हैं, तब हम महानता के सबसे करीब होते हैं.
फूल की पंखुड़ियों को तोड़ कर आप उसकी सुंदरता को इकठ्ठा नहीं करते.
कलाकार प्रकृति का प्रेमी है अत: वह उसका दास भी है और स्वामी भी.
केवल खड़े होकर पानी को ताकते रहने से आप नदी को पार नहीं कर सकते हो.
मौत प्रकाश को ख़त्म करना नहीं है; ये सिर्फ भोर होने पर दीपक बुझाना है.
यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेगा.
मैंने स्वप्न देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और पाया कि जीवन सेवा है, मैंने सेवा की और पाया कि सेवा में ही आनंद है.
यदि आप इसलिए रोते हैं कि सूर्य आपके जीवन से बाहर चला गया है, तो आपके आंसू आसमान के सितारों को देखने से रोक देंगे.
जो कुछ हमारा है, वह हम तक तभी पहुचता है, जब हम उसे ग्रहण करने की क्षमता अपने अंदर विकसित कर लेते हैं.
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