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Tulsidas Jayanti 2021: तुलसीदास जयंती, पढ़े दोहे, मैसेज, कोट्स व स्टेटस

Tulsidas Jayanti 2021: तुलसीदास का जन्म श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की 'सप्तमी' के दिन हुआ था.

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Tulsidas Jayanti 2021: गोस्वामी तुलसीदास को उनके लोकप्रिय रूप से तुलसीदास के नाम से जाना जाता है. वह एक महान हिंदू संत व बड़े ज्ञानी कवि थे. हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, तुलसीदास का जन्म श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की 'सप्तमी' के दिन हुआ था. इस साल हम तुलसीदास जी की 524वीं जयंती मना रहें है जो कि 15 अगस्त 2021 के दिन मनाई जा रही है.

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तुलसीदास जयंती 2021: तिथि व मुहूर्त

द्रिकपंचांग के अनुसार, इस वर्ष तुलसीदास जयंती रविवार, 15 अगस्त, 2021 के दिन मनाई जा रही है. सप्तमी तिथि 14 अगस्त, 2021 को सुबह 11:50 बजे शुरू होगी और 15 अगस्त, 2021 को सुबह 09:51 बजे समाप्त होगी.

आज तुलसीदास जयंती के अवसर पर हम आपके लिए उनके द्वारा, लिखे गए दोहे, पंक्तियां व मैसेज कोट्स आदि लेकर आए हैं. जिन्हे शेयर कर आप तुलसी दास जी को याद कर सकते है.

तुलसीदास के दोहे

1. काम क्रोध मद लोभ की जौ लौं मन में खान ।

तौ लौं पण्डित मूरखौं तुलसी एक समान ।।

2. तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक ।

साहस सुकृति सुसत्यव्रत,राम भरोसे एक ।।

3. तुलसी जे कीरति चहहिं, पर की कीरति खोइ।

तिनके मुंह मसि लागहैं, मिटिहि न मरिहै धोइ।।

4. तुलसी साथी विपत्ति के, विद्या विनय विवेक।

साहस सुकृति सुसत्यव्रत, राम भरोसे एक।।

5. तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चहुं ओर। .

बसीकरन इक मंत्र है परिहरू बचन कठोर।।

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तुलसीदास जयंती कोट्स व स्टेटस

1. जनम दिवस है आज राम भक्त हनुमान का,

पवन पुत्र, बजरंग बली भगवान का,

मिल कर करो गुणगान उस बलवान का,

हनुमान जयंती की शुभकामनाएं.

2. जय हनुमान ज्ञान गुण सागर,

जय कपिस तिहु लोक उजागर,

रामदूत अतुलित बल धामा,

अंजनीपुत्र पवन सूत्त नामा,

जय श्री राम जय हनुमान,

हनुमान जयंती की शुभकामनाएं.

3. धर्म किसी देश के सभी लोगों को एकजुट रखने में समर्थ होता है,

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4. अभिमानी व्यक्ति चाहे वह आपका गुरु,

पिता व उम्र अथवा ज्ञान में बड़ा भी हो,

उसे सही दिशा दिखाना अति आवश्यक होता है.

5. नमन करू तुम चरणों में, राम चरित के रचेता

तुलसीदास दोनों कर जोडू, राम ह्रदय विजेता.

6. हनुमान चालीसा लिखी, अमर अमिट ये गाथा

घट में हरी बसे तुम्हरे, मन भक्ति में लागा

दरस दिए राम लला ने, हनुमत संग बिराजे

उदय हुआ सुख का सूरज, भाग्य किस्मत जागा.

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