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सेना की तैयारी कर रहे छात्र ने गिनाई 'अग्निपथ' स्कीम की खामियां

"जो पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, तो आप अग्निवीरों को नौकरी कैसे देंगे"

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मैं सेनी भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं और मेरी लिखित परीक्षा होने वाली थी, लेकिन अब उसे रद्द कर दिया गया है. मुझे मार्च 2021 की प्रक्रिया के जरिए भर्ती हो रही थी. मेरा प्री-मेडिकल टेस्ट अगस्त में हुआ, जिसके बाद लिखित परीक्षा में देरी होती गई, जिसमें मेरा कोई गलती नहीं थी. और अब उन्हें नई भर्ती योजना 'अग्निपथ' (Agnipath Scheme) की शुरुआत के बाद रद्द कर दिया गया है.

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मैंने वायु सेना के लिए अपनी सभी परीक्षाएं पास कर ली थीं और जो कुछ बची थी वह थी ज्वाइनिंग. लेकिन अब वह भी रद्द कर दी गई.

अगर कोई नई योजना शुरू की जाती है, तो हमेशा एक ट्रांजिशन फेज होता है, ताकि पुरानी योजनाओं को धीरे-धीरे समाप्त किया जा सके और नई आसानी से लागू की जा सके. एक नई योजना को रातोंरात लागू करना उचित नहीं है.

मैंने सेना में भर्ती के लिए ढाई साल की तैयारी की. मुझे फिजिकल टेस्ट क्लियर करने में ढाई साल लगे. इसे क्लियर करना इतना आसान नहीं है.
"जो पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, तो आप अग्निवीरों को नौकरी कैसे देंगे"

मेडिकल और फिजिकल परीक्षण पास करने वाले उम्मीदवारों को अग्निपथ योजना से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.

(चित्रण: चेतन भकुनी)

'4 साल के लिए एक संविदा वाली नौकरी?'

सरकार अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए जवानों को फौज में रखने का प्रस्ताव कर रही है, इसके बाद अधिकांश जवानों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति होगी. साथ ही पूर्व सैनिकों को मिलने वाले लाभ अग्निवीरों को नही मिलेंगे. यह कैसी योजना है?

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आप कहते हैं कि नौकरी चार साल की है, लेकिन उसके बाद हम क्या करेंगे? सरकार के तरफ से वादा किया जा रहा है कि उसके बाद हमें नौकरी का कोटा मुहैया कराया जाएगा. सशस्त्र बलों में किस प्रकार का स्किल विकसित होता है? कॉर्पोरेट नौकरियों में इस्तेमाल किया जाने वाला कोई भी स्किल यहां विकसित नहीं किया गया है.वे सुरक्षा गार्ड बनेंगे और यह सुरक्षा गार्डों की फैक्ट्री बनाने की योजना है. निजी कंपनियों को प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड मिलेंगे. चार साल तक सेना उन्हें अपने पैसे से प्रशिक्षित करेगी और फिर उन्हें निजी क्षेत्र को गिफ्ट में दिया जाएगा.

"जो पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, तो आप अग्निवीरों को नौकरी कैसे देंगे"

उम्मीदवार चार साल के लिए जवानों को काम पर रखने की नीति पर सवाल उठा रहे हैं.

(चित्रण द: चेतन भकुनी)

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ट्वीट किया कि वह अग्निवीरों को वरीयता देंगे. आप उन्हें कहां वरीयता देंगे, सर? महिंद्रा कंपनी उन्हें टेक्नीशियन के रूप में काम पर रखेगी क्या? जो टैंक, मशीनगन या सेना के किसी अन्य हथियार या वायु रक्षा का संचालन करते हैं वह टेक्नीशियन नहीं बन पाएगा.
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वे सुरक्षा गार्ड बनेंगे और यह सुरक्षा गार्डों की फैक्ट्री बनाने की योजना है. निजी कंपनियों को प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड मिलेंगे. चार साल तक सेना उन्हें अपने पैसे से प्रशिक्षित करेगी और फिर उन्हें निजी क्षेत्र को गिफ्ट में दिया जाएगा.

यह भी कहा जा रहा है कि उन्हें नौकरी दी जाएगी. जो पहले सेवानिवृत्त हो चुके थे, उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, तो आप अग्निवीर को नौकरी कैसे देंगे?

"जो पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, तो आप अग्निवीरों को नौकरी कैसे देंगे"

कई पूर्व सैनिक विभिन्न संस्थानों में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हैं.

(चित्रण : चेतन भाकुनी)

मैं आपको अपने पिता के मामले के बारे में बताता हूं. मेरे पिता ने कारगिल युद्ध लड़ा था. वह ऑपरेशन विजय और ऑपरेशन मेघदूत का हिस्सा थे. मेरे पिता ने भारतीय सेना की सर्वोच्च रेजिमेंट में सेवा की थी. और जब वह सेवानिवृत्त हुए तो वे 3 साल के लिए बेरोजगार थे. 3 साल बाद, उन्हें एक बैंक में सुरक्षा गार्ड की नौकरी मिल गई.
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शांतिपूर्ण विरोध के बारे में क्या?

मैं मानता हूं कि देश में हिंसा हुई - ट्रेनों में आग लगा दी गई और यह सही नहीं है. लेकिन शांतिपूर्ण विरोध भी हुआ. एक साल से हम मांग कर रहे हैं कि वे हमारी परीक्षा कराएं.

द क्विंट ने वो स्टोरी भी प्रकाशित की थी जिसमें हमने मांग की थी कि हमारी परीक्षाएं कराई जाएं. हमने अपने फिजिकल परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की है. हम इतना अभ्यास करते हैं और एक ही बार में हमें बताया जा रहा है कि सब कुछ रद्द कर दिया गया है. यह उचित नहीं है.

"कृपया इस योजना को वापस लें और हमारी सेना परीक्षा और वायु सेना में इनरोलमेंट कराएं. हमने बहुत मेहनत की है. हमारे सभी प्रयास व्यर्थ हो जाएंगे."

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