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भारत-बांग्लादेश सीमा पर फंसे कई कश्मीरी छात्र, मदद की गुहार

कश्मीरी छात्रों ने मदद की अपील की

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वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास

मैं और ढाका, बांग्लादेश में एमबीबीएस कर रहे कई छात्र भारत और बांग्लादेश सीमा में बेनापोल-पेट्रोपोल बॉर्डर चेकपोस्ट पर फंस गए हैं. उन्हें कोई उपाय नहीं सूझ रहा कि वो अब क्या करें. 23 मार्च की शाम 6 बजे 15-16 घंटे ढाका से सफर कर हम सभी छात्र यहां पहुंचे हैं.

हम कोरोना संक्रमण की वजह से बांग्लादेश की सीमा सील होने के कारण भारत में एंटर नहीं कर पा रहे हैं. छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर से भारत की सीमा खोलने की अपील की है.

छात्र ये कह रहे हैं कि उनके लिए जल्द सीमा खोल देनी चाहिए. छात्रों का कहना है कि इनके कॉलेजों से इन्हें निकाला गया है. अगर इन्हें एंट्री नहीं मिलेगी तो वे यहीं बैठे रहेंगे.

ये सारे छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए बांग्लादेश गए थे.

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सरकार के सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि दूसरे देशों से भारत में आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने की एडवाइजरी की वजह से सीमा सील किया गया है. इसलिए, छात्रों को खुद के और बाकी लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अपने छात्रावास में वापस जाने की सलाह दी गई है.

सूत्रों का कहना है कि कॉलेज के प्रिंसिपल ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि छात्रों को छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया साथ ही उन्होंने पुष्टि की है कि उन्हें वहां रखने का इंतजाम है. बांग्लादेश में भारतीय दूतावास के सलाह के बावजूद छात्र सीमा पर पहुंच गए जबकि उन्हें जानकारी दी गई थी कि कोरोनावारस की वजह से भारत में पाबंदियां लगाई गई हैं.

(सभी 'माई रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों / आरोपों की जांच करता है. रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)

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