ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस परिवार से सीखना चाहिए, कोरोना को कैसे हराना है

COVID-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरे परिवार ने ऐसे लड़ी कोरोना से जंग  

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई

अंबाला स्थित सिंह परिवार के तीन सदस्य जून में कोविड -19 पॉजिटिव पाए गए. जब शुभम की मां अस्पताल में भर्ती थीं, तब पापा ने परिवार की देखभाल के लिए कदम बढ़ाया.

0

अंबाला के रहने वाले शुभम CA के अभ्यर्थी है, वो कोरोना से जुड़े अनुभव शेयर करते हुए बताते हैं कि उन्होंने और उनके पिता ने महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई किस तरह से लड़ी.

शुभम के पिता प्रमोद कुमार सिंह कहते हैं कि, ‘जैसे ही हमने सुना कि मेरी बीवी पॉजिटिव है तो धक्का लगा. लेकिन हम सभी ने अपना मन बना लिया था पहले ही और लक्ष्ण देख के लग भी रहा था, तो हम सबसे पहले उन्हें अस्पताल ले कर गए और उसी दिन हमने घर में काम करने वाले लोगों का आना बंद कर दिया. टेस्ट कराने का नतीजा ये हुआ कि मेरे बच्चों का भी पॉजिटिव आया.’

हमारे बेडरूम में अटैच बाथरूम है तो हमने उसे होम क्वॉरंटीन बना दिया और सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक हमने रूटीन बना लिया. जिसमें समय-समय पर काढ़ा, गरम पानी, तली-भुनी चीजें बंद, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करना शामिल था. साथ ही हमने मोटिवेशनल स्पीच और सभी सकरात्मक चीजें अपनी दिनचर्या में शामिल की. अस्पताल में, वो भी खुश थीं. 
प्रमोद कुमार सिंह, शुभम के पिता

शुभम कहते हैं कि, 'इस दौरान हमें सिर्फ एक ही चीज ध्यान में थी कि हमें बस इतना करना है कि सावधानी बरतें, मजबूत रहें और वायरस से लड़ें'. कुछ वक्त बात ही शुभम और उनकी बहन टेस्ट में निगेटिव आ गए.

कोरोनावायरस से संक्रमित होने की खबर से हम सभी को झटका लगा, लेकिन ये हम चारों की पारिवारिक एकता थी, जिससे 28 दिन आसानी से बीत गए और हमें कभी एहसास नहीं हुआ कि हम इस तरह के मुद्दे का सामना कर रहे हैं.
शुभम, CA अभ्यर्थी

शुभम के पिता कहते हैं- 'हमें डर जरूर लगता कि कहीं ऐसा न हो जाए, कहीं वैसा न हो जाए, लेकिन एक बात जरूर है कि बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, इस बीमारी से लड़ाई की जरूरत है और वो साथ में ही रहकर जीती जा सकती है'

(सभी 'माई रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों / आरोपों की जांच करता है. रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें