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पुलवामा:18 साल से अधूरे पुल के बनने का गांववाले कर रहे हैं इंतजार

जब चुनाव नजदीक आते हैं तो पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाता है लेकिन हर बार इसे अधूरा छोड़ दिया जाता है

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रिपोर्टर: नीरज गुप्ता

वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

चुनावों के दौरान, नेता आते हैं और कहते हैं कि ‘हमें वोट दीजिए, और हम पुल बनवाने का काम पूरा करेंगे’. लोग वोट देते हैं, लेकिन ये काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है.
अब्दुल डार, निवासी, डोगरीपोरा  

2019 के आम चुनावों से कुछ ही हफ्ते पहले, क्विंट ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव डोगरीपोरा का दौरा किया, और वहां के निवासियों से उनकी समस्याओं और नेताओं के वादों की स्थिति के बारे में पूछा. गांव के निवासियों ने बताया कि झेलम नदी पर बन रहा पुल, जो उनके गांव को हाईवे से जोड़ सकता है, जो पिछले 18 साल से अधूरा पड़ा है.

पुल के बिना यहां के निवासियों का संपर्क हाईवे और रेलवे से कटा हुआ है.

“पुल एक तरफ रेलवे से जुड़ता है और दूसरी तरफ हाईवे. लेकिन, पिछले 18 साल से इसका कंस्ट्रक्शन चल रहा है. इसका निर्माण साल 2001 में शुरू हुआ था.”
अब्दुल डार, निवासी, डोगरीपोरा 

डोगरीपोरा के निवासियों ने पिछले 18 सालों में सरकार के साथ इस पुल को बनवाने के लिए बहुत जद्दोजहद की है, लेकिन वे कहते हैं कि पुल का निर्माण पूरा करने का कोई भी वादा चुनाव से पहले तक ही सीमित है.

जब चुनाव नजदीक आते हैं, वे पुल का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए आ जाते हैं. चुनाव खत्म होने के बाद, कोई काम नहीं होता.
गुलाम मोहम्मद लोन, निवासी, डोगरीपोरा 

पिछले कई सालों में सरकारों ने वादा किया कि एक दिन पुल बनकर तैयार हो जाएगा, लेकिन सभी वादे अधूरे रह गए.

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