वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
देहरादून की 'गोल्डन मैनर' सोसाइटी लगभग पूरी हो चुकी है लेकिन लोगों का कहना है कि बिल्डरों ने घर खरीदारों को बुनियादी सुविधाएं नहीं दी है. लोगों का कहना है कि लोग बिल्डरों से इस समस्या को लेकर बात करते हुए थक गए हैं.
घर खरीदारों की बिल्डरों से 3 शिकायते हैं. पहली, सोसाइटी में मेंटेनेंस और बुनियादी सुविधा. दूसरा, गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन और तीसरा आसमान छूते बिजली बिल. सोसाइटी के ऐड में दावा किया गया था कि ये सोसाइटी डेवलपमेंट अथॉरिटी से अप्रूव हो चुकी है.
लोगों का कहना है कि सोसाइटी का स्ट्रक्चर सही है लेकिन फिनिशिंग का कोई काम ढ़ंग से नहीं हुआ है. बिल्डरों की कथनी और करनी में साफ तौर पर फर्क नजर आता है.
“हमें कहा गया था कि आपको ये बिल्कुल स्वर्ग जैसी सोसाइटी मिलेगी. इसमें बच्चों के लिए पार्क होगा. छत पर पार्क होगा. कहा गया था कि सोसाइटी में स्विमिंग पूल और जिम भी होगा.”नीना जोशी, रेजिडेंट
बिल्डर टेरेस पर भी घर बना रहे हैं, जहां गार्डन बनना था.
“एग्रीमेंट में इस बात का जिक्र था कि टेरेस सभी के लिए होगा. बाद में हमें पता चला कि बिल्डर यहां गैरकानूनी कंस्ट्रक्शन कर रहे हैं और टेरेस पर बनाए हुए घरों को बेच रहे हैं. बिल्डरों ने किसी से भी NOC नहीं ली.”विजय वीर, रेजिडेंट
हमें उम्मीद है कि बिल्डरों ने जो वादे किए हैं वो उन्हें पूरा करेंगे. बिल्डर को RERA कोर्ट ने आदेश दिया है कि घर खरीदारों को मीटर की चाबी दी जाए और उन्हें NOC न लेने पर भी फाइन लगाया है, लेकिन वो इस बात को मान नहीं रहे हैं. हम ये कहते हैं कि घर की पूरी जिम्मेदारी घर खरीदारों को मिलनी चाहिए.
(सभी 'माई रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों / आरोपों की जांच करता है. रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्विंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)