वीडियो एडिटर: विशाल कुमार
आजकल घर खरीदना मशक्कत का काम है, लेकिन घर होना भी अपने आप में एक परेशानी है और ये बात जेपी क्लासिक के निवासी अच्छी तरह से जानते हैं.
कई लोग कुछ साल पहले नोएडा के सेक्टर 129 जेपी क्लासिक में रहने के लिए आए. लोगों ने राहत की सांस ली कि अब खुद का घर है तो बाकी परेशानियों से छुटकारा मिल पाएगा, लेकिन वो गलत साबित हुए.
जेपी ने उन्हें अधूरे फ्लैट दे दिए. यहां ना पार्किंग की सुविधा ठीक से है और ना ये इलाका सुरक्षा के लिहाज से ठीक है.
एग्रीमेंट के हिसाब से हमें सुविधा नहीं मिल रही है. अभी भी स्विमिंग पूल काम नहीं कर रहा. बास्केटबॉल कोर्ट है, लेकिन कहीं से देखकर नहीं लगता कि आप यहां बास्केटबॉल खेल सकते हैं.रोहित श्रीवास्तव, घर खरीदार
लोगों की शिकायत है कि अगर बड़े प्रोजेक्ट्स होते हैं तो बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जैसे लिफ्ट/एलीवेटर तो होनी चाहिए, लेकिन यहां तो वो भी नहीं है.
यहां की मौजूदा स्थिति इतनी बुरी है. हमारी लिफ्ट चल नहीं रही है और मैं 15वें फ्लोर पर रहता हूं. लिफ्ट खराब होने की वजह से मैं पैदल आता-जाता हूं, मेरे यहां जो मेड काम करती है, कभी ऊपर आ भी नहीं सकती. वो कहती है कि आपके फ्लोर की लिफ्ट खराब है, ऊपर चढ़ नहीं सकती. पिछले 7 महीने से यही हालत है.अमित डोगरा, रेजिडेंट
लेकिन लोगों का सवाल है कि “जब हम हर महीने जेपी को मेंटेनेंस का पैसा देते हैं तो आखिर हमारा पैसा कहां जा रहा है?”
हमारा मेंटेनेंस का भी कोई हिसाब नहीं है. हमसे इतना ज्यादा मेंटेनेंस चार्ज क्यों लिया जाता है और किस हिसाब से लेते हैं? बस ले रहे हैं तो ले रहे हैं. बोलते हैं, साहब ऊपर से आया है तो हम ले रहे हैं. हमें कोई डिटेल नहीं दे रहे हैं कि हमारे मेंटेनेंस के पैसों का कर क्या रहे हैं. किस बात के लिए इतने पैसे ले रहे हैं.गौरव शुक्ला, निवासी
लोग 3BHK, जो मुश्किल से 1,564 sq ft होगा और उसके हर महीने मेंटेनेंस के 3,821 रुपये दे रहे हैं. इसमें कॉमन एरिया मेंटेनेंस 2,768 रुपये, कॉमन एरिया इलेक्ट्रिसिटी के 553 रुपये, पानी के 500 रुपये हैं. बिजली के मीटर के भी पैसे देते हैं. लोगों को जानना है कि इन पैसों का क्या हो रहा है.
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