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दिल्ली के इस हिस्से का रास्ता भूला स्वच्छ भारत अभियान?

पूर्वी दिल्ली: प्रशासन को नहीं सफाई की चिंता, गंदगी से बढ़ रहा खतरा

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वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया

अगर आप दिल्ली (Delhi) के दिलशाद गार्डन (Dilshad Garden) के डी ब्लाक के जनता फ्लैट क्षेत्र में रहते हैं तो आपको सिर्फ कोरोना की महामारी से नहीं बचना बल्कि आपको सीजनल फ्लू और बीमारियों से भी बचने की जरूरत होगी जैसे डेंगू, मलेरिया, क्योंकि इस क्षेत्र का गार्बेज मैनेजमेंट सिस्टम बद से बदतर हाल में है.

क्षेत्र का ऐसा हाल देखकर यकीन नहीं होता है कि कोरोना महामारी के इस दौर में पूर्वी दिल्ली के इस क्षेत्र में गंदगी डेरा जमाए हुए हैं, जिसके कारण आस-पास से गुजरने वालों को काफी बदबू आती है और साथ ही क्षेत्र में दुकानदारों और रेजिडेंट के लोगों को भी तकलीफ होती है.

‘मेरी यहां दुकान है और वो भी इस कूड़े के ढेर के बिलकुल सामने, इससे मुझे काफी चिंता होती है क्योंकि मच्छर उसी गंदगी से आ रहे हैं बहुत बुरी बदबू आती है, मेरा एक ही आग्रह है कि इस गंदगी को यहां से हटाना चाहिए.
प्रतीक, दुकानदार, दिलशाद गार्डन
खुले में पड़ा कचरा कई तरह की बीमारियों को न्योता देता है, आप सांस तक नहीं ले सकते ऐसी जगह, यहां हर रोज कचरा फेंका जाता है. ये बढ़ता ही जा रहा है और इससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है.
मुक्ता कुमारी, स्थानीय, दिलशाद गार्डन
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'प्रशासन को नहीं परवाह'

MCD में कई बार शिकायत की गई और RWA को भी बताया गया लेकिन इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया, सड़क पर पड़े और फैल रहे कूड़े का मतलब साफ है कि प्रशासन काम ठीक नहीं कर पा रहा है, स्थानीय लोगों को इससे काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है

द क्विंट को MCD का जवाब:

द क्विंट से बात करते हुए दिलशाद गार्डन के MCD काउंसलर बीएस पवार ने कहा कि उन्हें इस स्थिति की जानकारी नहीं थी लेकिन जल्द से जल्द कूड़े को हटाया जाएगा

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