डॉ. भीमराम अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि 'हम प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि हमारे कॉलेज की संबंद्धता पुड्डूचेरी यूनिवर्सिटी से खत्म कर दी गई है'. DBRAIT के स्टूडेंट बने सिटीजन जर्नलिस्ट ने बताया कि कैसे उनका करियर खतरे में पड़ गया है. स्वेता बरला नाम की एक स्टूडेंट ने बताया
हमारे बैच का एडमिशन साल 2021 में लिया गया था. हमसे फीस समय से ली गई. और पढ़ाई भी ठीक से हुआ, लेकिन परीक्षा नहीं हुई. हमने इसके लिए सवाल उठाया, टीचर्स से सवाल किए कि हमारे एग्जाम क्यों नहीं हो रहे हैं, तो कोई जवाब नहीं मिला, जब हमारे एग्जाम्स नहीं हुए, तो उन्होंने हमें सीधे सीमेस्टर 2 में प्रमोट कर दिया. पुड्डूचेरी यूनिवर्सिटी से रिलेटेड सभी कॉलेजों की परीक्षाएं हुईं, लेकिन हमारे कॉलेज के एग्जाम नहीं हुए. हमें नहीं पता था कि इसकी संबंद्धता 2020 में खत्म हो जाएगी.
छात्रों ने बताया है कि कॉलेज दावा कर रहा है कि उसका महाराष्ट्र स्टेट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से MOU है. जांच में पता चला है कि पुड्डूचेरी यूनिवर्सिटी ने कॉलेज से संंबंध तोड़ लिए हैं, क्योंकि कॉलेज पुड्डूचेरी यूनिवर्सिटी के मानकों पर खरा नहीं उतरा.
छात्रों ने पुलिस पर जबरन हटाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि 28 सितंबर को जब हम प्रदर्शन कर रहे थे, तो पुलिस ने हमें जबरन हटाया, और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, साथ ही आंसू गैस के गोले दागे गए. इस दौरान कई स्टूडेंट जख्मी हो गए.
सागर नाम के एक छात्र ने बताया कि हम पिछले 2 साल से इंतजार कर रहे हैं कि सरकारी कॉलेज है, तो कोई न कोई हल जरूर निकलेगा, लेकिन 2 साल से हमारी इस मांग की कोई सुनवाई नहीं हुई है.क्विंट ने जब कॉलेज से उनका पक्ष मांगा, तो उन्होंने जवाब देने से मना कर दिया.
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