वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
वीडियो प्रोड्यूसर: आस्था गुलाटी
13 अगस्त को रेलवे भर्ती बोर्ड ने (RRB) जूनियर इंजीनियर के लिए मई और जून में आयोजित फर्स्ट फेज के कंप्यूटर-आधारित टेस्ट (सीबीटी) के परिणाम जारी किए.
तीन दिन बाद, परीक्षा के रिजल्ट में 'गड़बड़ी' का आरोप लगाते हुए छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. ट्विटर पर #rrbjeunfairresult ट्रेंड करने लगा क्योंकि कई उम्मीदवार रेल मंत्रालय के खिलाफ ट्वीट कर रहे थे.
कैंडिडेट्स ने चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए. उनका सवाल है कि एक क्वालिफाइंग एग्जाम में
अलग-अलग पोस्ट के लिए अलग-अलग कट-ऑफ क्यों?
जो रिजल्ट निकलना है, उसमें इन्होंने पोस्ट के हिसाब से कट-ऑफ निकाले हैं. कई ब्रांच जैसे मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल सभी के लिए अलग पोस्ट हैं, तो उन्होंने बच्चों के हिसाब से हर एक पोस्ट की मेरिट के हिसाब से कट-ऑफ निकाला हैआशीष, CBT1 उम्मीदवार
उम्मीदवारों का सवाल है कि टेक्निकल पोस्ट के लिए चुनाव बिना टेक्निकल टेस्ट कैसे हो सकता है. एक उम्मीदवार का कहना है कि “वो ऐसे निर्णय कैसे ले सकते हैं. नॉन-टेक्निकल पोर्शन देखें. अलग-अलग पोस्ट कैसे दे सकते हैं? उन्हें टेक्निकल एबिलिटी देखना चाहिए. उसके हिसाब से उन्हें पोस्ट देनी चाहिए.”
इस मामले पर रेलवे ने सफाई देते हुए ट्वीट किया कि 'कुछ मीडिया संस्थानों ने जूनियर इंजीनियर की परीक्षा और सीबीटी 2 में शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को लेकर कुछ सवाल उठाए हैं. खबरों में जो शंकाएं जताई गई हैं, वो निराधार हैं.'
लेकिन उम्मीदवार इससे संतुष्ट नहीं हुए. उनका कहना है कि “छात्रों की आवाज दबाने और खानापूर्ति के लिए रेलवे ने एक ट्वीट कर दिया.”
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