वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
प्रोड्यूसर: आस्था गुलाटी
कैमरापर्सन: सुमीत बडोला, श्रव्या एमजी
क्या आप कुछ कहना चाह रहे हैं?
क्या आप प्लीज थोड़ा तेज बोलेंगे?
हां! हां! आप. डरिए मत... सब ठीक है. आपकी बात सुनी जाएगी. बल्कि ये तो खुशी की बात है कि आप आखिरकार बोल रहे हैं. सोचिए कि आपको देश की किस बात को लेकर गुस्सा आता है, किस पर खुशी होती है, क्या दुखी करता है, और हमारे साथ अपने इन एहसासों को बांटिए. ये मत भूलिए कि आप और हम ही देश हैं, आप और हम ही भारत हैं. इसलिए आवाज उठाइए.
गाना लिखिए या जोक. बस कलम उठाइए और लिख डालिए. सब्जी की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं? या सड़कों पर मिलने वाले गड्ढों से? खुश हैं कि देश प्रदर्शनों के जरिए साथ आ रहा है? या देश के भविष्य के लिए चिंतित हैं? बोलिए, देश आपकी बात सुन रहा है.
इस गणतंत्र दिवस, क्विंट हिंदी अपना कैंपेन 'लेटर टू इंडिया' वापस लेकर आया है. इस गणतंत्र दिवस, 'हिंदुस्तान' के नाम अपने एहसासों को शब्दों के सहारे बताइए.
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे...
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