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गलवान से आखिरी पैगाम पढ़िए और सैनिकों को अपना संदेश भेजिए

क्विंट के ‘संदेश टू ए सोल्जर’ कैंपेन से जुड़िए, लिखिए या रिकॉर्ड कीजिए अपना संदेश

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वीडियो एडिटर: कुनाल मैहरा

एक सैनिक घर से दूर, कठिन परिस्थितियों में रहता है, ऐसे में घर से आया एक संदेश उसे घर की वो गर्माहट दे सकता है, जिसकी उसे वहां जरूरत है.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, क्विंट ने देश के वीर जवानों की वीरता और साहस को सलाम करने के लिए 'संदेश टू अ सोल्जर' अभियान फिर से शुरू किया है.

क्विंट गलवान घाटी में शहीद सैनिकों के परिवारों से इन भावनात्मक आदान-प्रदान और व्यक्तिगत संदेशों को इकट्ठा करने की कोशिश कर रहा है. चिट्ठी, वीडियो और वॉट्सऐप मैसेज ही वो साधन हैं जो हमारे बहादुर नायकों को हमेशा जीवित रखते हैं.

हम इन सैनिकों के साहस को संजोना और सलाम करना चाहेंगे और देश के प्रति उनकी अटूट निष्ठा और भक्ति को श्रद्धांजलि देंगे.

ये समय हमे शहीद जवानों के शहादत के लिए उन्हें कुछ देने का है. आप इन सैनिकों को भले ही चेहरे से नहीं जानते होंगे, लेकिन आप उन्हें बता सकते हैं कि आप उनका कितना सम्मान करते हैं, उन्हें महत्व देते हैं और उनके लिए क्या महसूस करते हैं.

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क्विंट आपको 'संदेश टू ए सोल्जर' लिखने और रिकॉर्ड करने के लिए कह रहा है - देशभक्ति के साथ ही, उन जवानों को श्रद्धांजलि दीजिए, उनकी तारीफ कीजिए, उनसे जुड़िए, जिन्हें आप कभी मिले भी नहीं और देखा भी नहीं.

हम आपको उन सैनिकों के लिए लिखित या रिकॉर्ड किए गए संदेश भेजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिन्हें आप जानते होंगे या नहीं भी जानते होंगे.

तो, फोन उठाइये, एक चिट्ठी लिखिए या अपना संदेश रिकॉर्ड कीजिए, और अपने संदेश को myreport@thequint.com या WhatsApp पर 9999008335 पर ईमेल कीजिए.

जय हिन्द!

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