आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एनबीएफसी और एमएफ, दोनों के प्रतिनिधियों के साथ दो अलग-अलग सत्रों में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठकें की।
आरबीआई ने एक बयान में कहा, "गवर्नर ने क्रेडिट आपूर्ति में एनबीएफसी की महत्वपूर्ण भूमिका को, और वित्तीय इंटरमीडिएशन में मुचुअल फंड्स के महत्व को स्वीकार किया।"
बैठक के दौरान आरबीआई ने एमएसएमई, कारोबारियों और अर्धशहरी, ग्रामीण और शहरी इलाकों में उपभोक्ताओं को कामकाजी पूंजी सहित क्रेडिट आपूर्ति की लॉकडाउन बाद की रणनीति पर एनबीएफसी और एमएफआई के साथ चर्चा की।
आरबीआई द्वारा घोषित ऋण के पुनर्भुतान पर तीन महीने की रोक के क्रियान्वयन, और शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने पर भी बैठक में चर्चा हुई।
आरबीआई गवर्नर ने एनबीएफसी औैर एमएफ के साथ उनकी तरलता की स्थिति, खासतौर से इन सेक्टरों के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा के बाद उनकी तरलता की क्या स्थिति है, उसकी भी जानकारी ली।
--आईएएनएस
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)