इस्लामाबाद, 1 अगस्त (आईएएनएस)| तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में अठारह साल से चल रही जंग के खात्मे के लिए कतर के दोहा में अमेरिका से होने वाली वार्ता के सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं और उसका अमेरिका के साथ समझौता हो सकता है।
दूसरी तरफ, अफगानिस्तान में शांति के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमे खलीलजाद ने कहा है कि अगर अफगान तालिबान ने जिम्मेदारी का सबूत दिया तो अमेरिका भी अपना फर्ज निभाएगा और दोनों पक्षों में समझौता हो जाएगा।
पाकिस्तान के उर्दू दैनिक 'जंग' की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने 'वायस ऑफ अमेरिका' से बातचीत में कहा कि दोनों पक्ष करीब एक साल से समझौते के लिए प्रयास कर रहे हैं। समझौते के बिंदु लगभग तय हो चुके हैं जिसमें तमाम मुद्दों को हल किया गया है।
शाहीन ने कहा कि तालिबान के वार्ताकार अपना काम पूरा कर चुके हैं। अब यह अमेरिका पर है कि वह कैसा रुख अपनाता है। उन्होंने कहा कि तालिबान की इच्छा है कि अफगानिस्तान से विदेशी फौजों की जल्द से जल्द वापसी पर समझौता हो जाए।
दूसरी तरफ बुधवार को अफगानिस्तान का दौरा पूरा करने के बाद खलीलजाद ने ट्वीट किया कि काबुल का उनका यह दौरा उनके अब तक के सभी दौरों में सर्वाधिक सफल रहा है। अमेरिका और अफगानिस्तान के भावी रिश्तों पर बातें एक अंजाम तक पहुंच गई हैं।
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