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असम-मिजोरम सीमा पर फिर से हिंसा, विस्फोट की खबर, कोई हताहत नहीं

असम-मिजोरम सीमा पर फिर से हिंसा, विस्फोट की खबर, कोई हताहत नहीं

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मिजोरम की सीमा से लगते हैलाकांडी जिले में असम पुलिस की एक सीमा चौकी के पास शनिवार तड़के एक विस्फोट हो गया, जो कि उच्च तीव्रता का था, जिससे दोनों राज्यों के बीच एक ताजा तनाव पैदा हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

चूंकि सुबह का समय था और खाली जमीन पर बड़ा विस्फोट हुआ था, इसलिए इसमें कोई भी घायल नहीं हुआ और कोई संपत्ति क्षतिग्रस्त नहीं हुई।

असम पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि मिजोरम के एक सुरक्षाकर्मी, जो बाइचेरा में विस्फोट स्थल के आसपास घूम रहे थे, को कॉर्डेक्स तार (वायर) के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसका उपयोग शक्तिशाली बमों को दूर से विस्फोट करने के लिए किया जाता है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति मिजोरम के कोलासिब जिले के मुख्यालय बैराबी का निवासी है, जिसकी सीमा असम के कछार और हैलाकांडी जिलों से लगती है।

प्रभावशाली मिजो संगठन मिजो जिरलाई पावल (एमजेडपी) ने एक अल्टीमेटम जारी कर कहा है कि अगर मिजोरम के सुरक्षाकर्मियों को तुरंत रिहा नहीं किया गया तो वे असम के वाहनों को मिजोरम में प्रवेश नहीं करने देंगे।

एक विवाद पहले से ही चल रहा है, जो हाल ही में बैराबी में जोफाई के पास असम सरकार द्वारा एक पुल के निर्माण को लेकर पैदा हुआ था।

बराक घाटी के रूप में जाने जाने वाले तीन दक्षिणी असम जिले - हैलाकांडी, करीमगंज और कछार - मिजोरम के ममित, कोलासिब और आइजोल जिलों के साथ 165 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं, जिसमें पांच से अधिक हिस्सों में सीमा विवाद हैं।

26 जुलाई को सीमा पर सबसे खूनी हिंसा में असम पुलिस के छह जवान शहीद हो गए थे और 50 से अधिक घायल हो गए थे। सीमा पर हिंसा के बाद, लगभग दो सप्ताह तक आर्थिक नाकेबंदी रही थी, जिससे मिजोरम जाने वाले सैकड़ों मालवाहक वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग 306 पर फंस गए थे।

असम और मिजोरम ने 5 अगस्त को आइजोल में एक महत्वपूर्ण मंत्रिस्तरीय बैठक की थी, जहां उन्होंने अपनी सीमा पर शांति बनाए रखने का फैसला किया था और इस बात पर सहमत हुए थे कि वे अपने संबंधित बलों और अधिकारियों को अशांत क्षेत्रों में नहीं भेजेंगे।

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