उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के एक गांव में दो दलित बहनों को बंदी बनाकर तीन लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया।
पुलिस ने कहा कि पीड़ितों, जिनमें से एक नाबालिग है, उन्हें मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।
घटना उस वक्त हुई, जब दोनों बहनें बीकापुर थाना क्षेत्र के अपने गांव के पास शेरपुरपुरा बाजार से लौट रही थीं।
तीनों आरोपियों ने उन्हें बंदी बना लिया और गन्ने के खेत में ले जाकर उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
उन्होंने पीड़ितों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और भाग गए।
बीकापुर के अंचल अधिकारी प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि आरोपियों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
दोनों लड़कियों ने लौटने के एक दिन बाद अपने परिवार के सदस्यों को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को एक लिखित आवेदन दिया गया।
शुरुआत में कुछ स्थानीय पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन बाद में पीड़िता के पिता के अनुसार, कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।
भारतीय दंड संहिता की धारा 376-डी (सामूहिक दुष्कर्म), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (अपमानजनक) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत भाई लाल यादव, त्रिभुवन यादव और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सर्कल अधिकारी ने कहा कि दलितों के खिलाफ अत्याचार और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण के आरोप भी आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ लगाए गए हैं।
--आईएएनएस
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