ADVERTISEMENTREMOVE AD

UP: भदोही के दुर्गा पूजा पंडाल में भीषण आग, 5 लोगों की मौत, 67 घायल

Bhadohi: घटना की जांच के लिए चार सदस्य SIT गठित कर दी गई है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के भदोही (Bhadohi) में एक दुर्गा पूजा पंडाल में रविवार, 2 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे आरती के समय भीषण आग लग गई. हादसे में 67 लोगों के झुलसने की पुष्टि हुई है, जिनमें से 42 को वाराणसी रेफर किया गया है. 18 औराई में और चार लोग प्रयागराज में भर्ती हैं, जबकि पांच की मौत हो चुकी है. घटना के बाद दुर्गा पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष बच्चा यादव पर केस दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही समिति के कई अज्ञात सदस्यों पर भी केस दर्ज किया गया है.

मरने वालों में 3 बच्चे और 2 महिलाएं शामिल हैं. कुल पांच लोग अंकुश सोनी (12), जया देवी (45), नवीन (10), आरती देवी (48) और हर्षवर्धन (8) की इस हादस में मौत हुई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हादसे की सूचना मिलते ही डीएम गौरांग राठी और एसपी डॉ. अनिल कुमार व अन्य अधिकारियों के अलावा दमकल टीम मौके पर पहुंच गई. बाद में एडीजी जोन रामकुमार और विंध्याचल कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र भी पहुंचे. डीएम के मुताबिक, आशंका है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है. दमकल टीम ने एक घंटे में आग पर काबू पा लिया लेकिन तब तक बहुत कुछ बर्बाद हो चुका था.

पंडाल में चल रहा था डिजिटल शो

औराई-भदोही मार्ग पर स्थित एकता क्लब का पंडाल काफी आकर्षक होने से यहां नवरात्र में भीड़ जुटती है. रविवार रात करीब 8 बजे 150 से अधिक लोग पंडाल में मौजूद थे. लोग आरती में शामिल होकर जयकारा लगा रहे थे. पंडाल में डिजिटल शो भी चल रहा था. इसी दौरान अचानक आग लग गई, जिसे देख वहां भगदड़ मच गई.

देखते ही देखते पूरा पंडाल धू-धूकर जलने लगा. मौके पर चीख-पुकार मच गई, जिसे जिधर से रास्ता मिला भागने लगा.

मुख्यमंत्री ने ली हादसे की जानकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से हादसे के बारे में जानकारी ली और झुलसे लोगों के बेहतर इलाज का प्रबंध करने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए. एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि हादसे की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की संयुक्त टीम गठित की जा रही है. झुलसे लोगों को अस्पताल भेजा गया इसके लिए 52 एंबुलेंस लगाए गए. घटना के कारण और लापरवाही के आरोपों की जांच की जाएगी.

घटना की जांच के लिए चार सदस्य एसआईटी गठित कर दी है. इसमें अपर जिलाधिकारी (वित्त राजस्व ), अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाईडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बच्चों और महिलाओं के जले चेहरे बता रहे थे हादसे की भयावहता

दुर्गा पूजा पंडाल की घटना ने हर किसी को झकझोर दिया. शाम करीब आठ बजे जैसे आग लगी तो किसी को कुछ समझ में नहीं आया. करीब 20 मिनट बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. सूचना पर भदोही और ज्ञानुपर से भी दमकल की गाड़ियां पहुंची. इधर झुलसे बच्चों और महिलाओं को अस्पताल ले जाने का सिलसिला शुरू हुआ, औराई में एंबुलेंस कम पड़ने पर जिला और मंडल से एंबुलेंस मंगाई गई. हादसे में 2 महिलाओं और 3 बच्चों की मौत हो गई.

वाराणसी के अस्पतालों में आने के लिए बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर

भदोही हादसे में झुलसे लोगों को इलाज के लिए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय और कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए विशेष इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टरों की टीम तैनात की गई. झुलसे लोगों को अस्पताल जल्द पहुंचाया जाए इसके लिए पुलिस कमिश्नरेट के लंका गेट से लगायत कबीरचौरा तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद वाराणसी पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश और वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा अधिकारियों के साथ खुद बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

घटना में आयोजन समिति की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. पंडाल स्थल पर चलने वाले शो में प्रोजेक्टर के जरिए धार्मिक कार्यक्रम दिखाए जा रहे थे. गुफानुमा बने स्थल में आने-जाने का सिर्फ एक ही रास्ता है जिसके चलते आग लगने के बाद अंदर भगदड़ मच गई. इससे कई महिलाएं और बच्चे गिर गए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×