बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत ही धमाकेदार हुई. बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने कमान संभाली और सबसे पहले सदन में लेफ्ट पार्टियों पर निशाना साधा.
मीनाक्षी लेखी ने कहा, “जब हम बच्चे थे, हम परी कथाओं में कुछ चुड़ैल और पिशाच के चरित्र भी देखते थे. इसी तरह, हर विकास गाथा में भी चुड़ैलें होती हैं.’’
सदन में मीनाक्षी लेखी की इस टिप्पणी पर माकपा और भाकपा के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई लेकिन मीनाक्षी लेखी ने लेफ्ट पर हमला जारी रखा. अपनी ‘चुड़ैल’ की मिसाल के संदर्भ में उन्होंने केरल में कथित रुप से वाम कैडरों द्वारा हत्या किए जाने और राज्य के शिक्षण संस्थानों में ‘उत्पीड़न’ के उदाहरण दिए.
लेखी ने कहा कि दुनिया भर की अर्थव्यवस्था अस्थिर है लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाई है और उसे विश्व की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वाम दल ऐसे मुद्दे उठा कर विकास को पटरी से उतारना चाहते हैं.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल और केरल में आगामी चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने लेफ्ट पार्टियों के खिलाफ कड़़ा रुख अख्तियार किया है.
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