प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संसद के बजट सत्र के दूसरे हफ्ते में लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार कर सकते हैं.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दोनों सदनों में चर्चा चल रही थी और इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और विपक्षी दलों के कई सांसदों ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले केंद्र की आलोचना की है. सरकार ने सदन के पटल पर जमकर हंगामा किया.
2 फरवरी को लोकसभा में विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा था. कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर देश में रोजगार के अवसर खत्म करने, छोटे और मध्यम उद्योगों को खत्म करने, गरीब और अमीर के बीच असमानता की खाई को बढ़ाने, गलत नीतियों के कारण चीन और पाकिस्तान सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा होने देने का आरोप लगाया है.
इसके अलावा सरकार की आर्थिक, औद्योगिक, रणनीतिक, विदेशी, आंतरिक और बाहरी सुरक्षा नीतियों पर भी सवाल उठाए गए.
राहुल गांधी ने संघवाद और संवैधानिक संस्थाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर भी प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोला था.
उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि यूपीए सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, जबकि एनडीए सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी में वापस धकेल दिया.
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