छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कवर्धा जिले में पूजा स्थल पर पार्टी का झंटा हटाने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस पर ही पथराव कर दिया गया. आरोप है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडे से पुलिस पर हमला किया, जिसमें एएसपी मनीषा ठाकुर समेत 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
क्या है मामला?
कवर्धा के भोरमदेव थाना क्षेत्र के हरमो गांव में कुछ समय पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) के लोगों ने गांव के पूजा स्थल पर पार्टी का झंडा लगा दिया था. ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और कहा कि यहां सिर्फ पूजा-पाठ वाला झंडा होना चाहिए. इसके बाद 14 फरवरी को पूजा स्थल से GGP का झंडा हटा दिया गया, जिसका पार्टी के लोगों ने विरोध किया.
धर्म गुरू के खिलाफ कार्रवाई होने पर विवाद बढ़ा
इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस से समाज के धर्म गुरू दुर्गे भगत के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की. उस दौरान भी GGP के लोगों ने कहा था कि यदि गांव के लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो वे लोग उग्र आंदोलन करेंगे.
पुलिस और ग्रामीणों पर हमला
वहीं, जब पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं हुई तब शुक्रवार (3 मार्च) को GGP के करीब 800 से ज्यादा लोग राजाानवा गांव में जमा हो गए और लाठी लिए रैली निकालते हुए हरमो की ओर निकल पड़े. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड्स का इस्तेमाल किया तो वो भड़क गए. उन्होंने पुलिस और ग्रामीणों पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसमें कई घायल हो गए.
आंसू गैस और बल का प्रयोग
पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और बल का प्रयोग किया. इस मामले में SP डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि पहले हालात को शांत किया जाएगा, फिर कार्रवाई होगी. आंदोलन करने वालों ने ग्रामीणों पर भी पथराव किया है. घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल भेजा गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)