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फिलिस्तीन-इजरायल की लड़ाई पर चीन ने जताई चिंता

फिलिस्तीन-इजराइल की स्थिति चिंताजनक : चीन

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बीजिंग, 16 मई (आईएएनएस)। 5 मई को चीनी स्टेट कांसुलर, विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ फोन वार्ता में वर्तमान फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष पर चीन के रुख पर प्रकाश डाला।

वांग यी ने कहा कि हाल ही में फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष लगातार बढ़ रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोग हताहत हो रहे हैं और यह चिंताजनक है। इस पर चीन का तीन सूत्रीय विचार है। वर्तमान स्थिति बिगड़ने का मूल कारण यह है कि लंबे समय से फिलीस्तीनी मुद्दे का उचित समाधान नहीं हो पाया है। विशेष रूप से हाल के वर्षों में, मध्य-पूर्व शांति प्रक्रिया अपने मूल रास्ते से भटक गई है, और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया गया है।

फौरी सवाल यही है कि युद्ध विराम और हिंसा को रोका जाए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की जिम्मेदारी है कि वह यथाशीघ्र स्थिति को शांत करने के लिए दबाव डाले। सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में, चीन ने सुरक्षा परिषद को फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष पर दो आपात परामर्श आयोजित करने के लिए प्रेरित किया है और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के प्रेस वक्तव्य का मसौदा तैयार किया। इसके साथ ही सुरक्षा परिषद की कार्रवाई का मार्गदर्शन किया।

तीसरा, फिलीस्तीनी मुद्दे का मूल समाधान दो-राष्ट्र समाधान के कार्यान्वयन में निहित है। चीन सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष पर एक खुली बहस की मेजबानी करेगा। उम्मीद है कि इस पर सभी पक्ष एकमत से आवाज उठाएंगे।

वहीं कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान वर्तमान फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष पर चीन के ्नरुख का समर्थन करता है, युद्ध विराम और हिंसा बंद करना स्थिति को शांत करने में मदद करने के समाधान की तलाश करने के लिए चीन के साथ संपर्क और समन्वय को आगे बढ़ाना चाहता है।

(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एसजीके

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