भारत और चीन के बीच जारी तनातनी के बीच विदेश सचिव जयशंकर ने भारत-आसियान संबंधों की 25 वीं वर्षगांठ पर सिंगापुर में एक सभा को संबोधित किया.
चीन के अड़ियल रवैये पर टिप्पणी करते हुए विदेश सचिव ने कहा कि ‘चीन को मतभेदों को विवाद में तब्दील नहीं करना चाहिए. आज वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में भारत-चीन संबंध स्थिरता ला सकते हैं.’
एशियान देशों के साथ क्षेत्रीय सहयोग जरिए बड़े पैमाने पर भारत के संबंध बने हैं. बदलते माहौल में सब जानते हैं इंडिया-चाइना के संबंधों का सीधा प्रभाव एड-असियान देशों पर पड़ेगा. दो बड़ी शक्तियों के उभार में आने वाली दिक्कतों के बारे में हम परिचित हैं.एस. जयशंकर
इस मौके पर विदेश सचिव ने ये भी कहा कि चीन के जबरदस्त उछाल के कुछ बुरे प्रभाव भी हुए हैं. इनके बारे में अभी भी पता लगाया जा रहा है.
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टॉपिक: भारत-चीन संबंध जयशंकर प्रसाद आसियान
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