गलवान घाटी हिंसा को लेकर चीन की सरकारी मीडिया के ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को दो वीडियो शेयर किए गए हैं. जिनमें कथित रूप से भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान में हुई झड़प के कुछ दृश्यों को दिखाया गया है. हालांकि इस सच्चाई की पुष्टि नहीं की जा सकती. चूंकि इसे चीन ने जारी किया है, लिहाजा वो इसमें अपना नजरिया ही पेश करता नजर आ रहा है.
इस वीडियो को शेन शिवाई नाम के शख्स (जो खुद को चीनी मामलों के विशेषज्ञ बताते हैं) ने ट्विटर पर शेयर किया. शिवाई के अकाउंट पर चीन की सरकारी मीडिया का लेबल है.
वीडियो में क्या है?
शेन शिवाई के मुताबिक वीडियो में गलवान घाटी में झड़प दिख रही है. वीडियो में ये भी दिख रहा है कि नदी पर एक ब्रिज बनाने की कोशिश हो रही है. सैनिक अपनी प्लानिंग बना रहे हैं. चीन का कहना है कि गलवान में हुई हिंसा में उसके 4 सैनिक मारे गए थे. हालांकि बताया जा रहा है कि चीन ने मारे गए सैनिकों की संख्या कम बताई है. इससे पहले भारतीय सेना के कई अफसर यह कह चुके हैं कि गलवान में चीन के 40 से अधिक जवान मारे गए थे.
भारत-चीन 10वें दौर की सैन्य वार्ता
यह वीडियो ऐसे समय में जारी किया गया है जब दोनों देश पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सैन्य स्तर की वार्ता कर रहे हैं. 20 फरवरी को मोल्डो में भारत और चीन के बीच 10वें दौर की कॉर्प्स कमांडर लेवल की वार्ता होने वाली है. ऐसे में चीन की मीडिया इस वीडियो को जारी करके महज प्रोपेगेंडा फैलाना चाहती है.
बता दें कि इससे पहले भारत और चीन के बीच हुई सैन्य वार्ताओं में LAC पर शांति और स्थिरता बनाए रखने को लेकर सहमति बनी है. पैंगोंग में उत्तरी और दक्षिणी छोर से दोनों देशों के बीच डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया पूरी हो गई है.
शहीद हुए थे भारत के 20 सैनिक
पिछले साल जून में पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिको के बीच हुई खूनी झड़प में कमांडिंग अफसर कर्नल संतोष बाबू समेत भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि शुरुआत में चीन ने इस झड़प में अपने किसी भी सैनिक की मौत से इनकार किया था और इस घटना के लिए भारतीय सेना को जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन अब वो अपने चार सैनिकों के मरने की बात मान रहा है.
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