लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद प्रिंस राज के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस थाना में दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद लोजपा के नेता और सांसद चिराग पासवान ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए। दर्ज प्राथमिकी में चिराग पासवान का नाम होने पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैंने पहले भी कहा था यह मामला मेरे संज्ञान में आया था, तभी मैंने थाना जाने की सलाह दी थी।
पटना में बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए खुद के नाम आने पर सफाई देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि, मेरा नाम एफआईआर में है क्योंकि उसमें लिखा है कि मुझे इस मामले की जानकारी थी और यह बात मैंने पहले ही मानी भी है कि वह मेरी जानकारी में थी।
उन्होंने कहा, मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने सलाह दी कि ये आपराधिक मामला है इसलिए पुलिस में जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपराधिक मामले में मैं जांच अधिकारी तो हूं नहीं की जांच करूंगा। चिराग ने कहा कि जो भी इस मामले में दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए।
बिहार के समस्तीपुर से लोजपा के सांसद प्रिंस राज पर दिल्ली पुलिस ने पार्टी के एक पदाधिकारी से दुष्कर्म करने और संबंधित सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है।
दिल्ली की एक अदालत ले नौ सितंबर को दिए निर्देश पर राज के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई।
शिकायतकर्ता ने अपनी प्राथमिकी में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान पर सबूत छिपाने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया।
सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता लोजपा पार्टी कार्यालय में अक्सर आती-जाती रहती थी, जहां उसने सांसद राज से मिलना शुरू किया। अपनी शिकायत में, उसने आरोप लगाया कि यह घटना 2020 में उसी पार्टी कार्यालय में हुई थी, जब उसे प्रिंस राज ने बहकाया था।
उल्लेखनीय है कि दिवंगत सांसद रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज उन 5 सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने चिराग पासवान के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में बगावत कर अलग गुट बना लिया है।
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