अलीगढ़ में अवैध जहरीली शराब के सेवन से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार को जहरीली शराब पीने की वजह से पांच और लोगों ने दम तोड़ दिया.हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह संख्या और बढ़ सकती है. इस हादसे के बाद जिले के कई गांवों में दहशत का माहौल है. सीएम योगी आदित्यनाथ के निदेशरें के बाद आबकारी विभाग एक्शन मोड में है. अलीगढ़ पुलिस ने इस मामले में तीन मामले दर्ज कर छह लोगों को गिरफ्तार किया है. जिला आबकारी अधिकारी सहित कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
ग्रामीणों का आरोप- तीन दर्जन मौतें हो चुकी हैं
ग्रामीणों का आरोप है यहां पर तकरीबन 3 दर्जन मौतें हो चुकी हैं. प्रशासन का कहना है कि सारी मौतें सिर्फ शराब के सेवन से नहीं हुई है, बल्कि उनके अन्य कारण भी हैं और अभी मामले की जांच हो रही है. इस मामले में तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अलावा 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि अलीगढ़ के अलग-अलग तीन थाना क्षेत्रों में शराब के सेवन से कुल 22 मौंते हुई हैं. उनका कहना है कि कुछ मौतें अन्य कारणों से भी हो सकती हैं सभी शराब पीनें से नहीं हुई है. बाकी जांच चल रही है.
तीन मुकदमे दर्ज, 6 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पीआरओ कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज कर शराब तस्करी रैकेट में आरोपी अनिल चौधरी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है. उधर, लापरवाही के आरोप में सरकार ने जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश यादव, प्रधान सिपाही अशोक कुमार, निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव और सिपाही रामराज राना को निलंबित कर दिया है.
28 मई को आई थी मौतों की खबर
बता दें कि अलीगढ़ के सात गांवों में गुरुवार रात बड़ी संख्या में लोगों ने देशी शराब का सेवन किया. इनमें से अधिकांश तो अलीगढ़ के लोग थे जबकि बड़ी संख्या में ट्रक चालक भी थे, जो कि एचपी बॉटलिंग प्लांट में गैस सिलेंडर लेने आए थे. शुक्रवार को जहां 17 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं आज सुबह भी पांच लोगों की मौत हो गई. मृतकों की संख्या अब 22 हो गई है. अभी भी यह संख्या बढ़ सकती है. जिला अस्पताल में भर्ती कई लोगों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है.
अलीगढ़ के लोधा, खैर व जवां क्षेत्र के लोगों ने गुरुवार शाम अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी और देर शाम सेवन किया. लोधा के गांव करसुआ के सुनील को रात में उल्टियां होने लगी. उसे हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई. कुछ देर बाद ही गांव के कुछ अन्य लोगों को उल्टियां शुरू हो गई. ग्रामीणों का दावा 3 दर्जन से अधिक मौत होने का है. प्रशासन व आबकारी विभाग की टीम ने वहां की दुकान को भी सील कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है शराब पीने से ही मौत हुई है.
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश,सीएम योगी ने दिया निर्देश
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. चार ठेके सील कर दिए गए हैं. जांच होने तक जिले में देसी शराब की सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं. यहां पर प्रथम ²ष्टया जांच में मिलावटी शराब बनाकर सरकारी दुकान से बेचने का मामला सामने आया है, इसमें सरकारी ठेकेदार भी लिप्त हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में गृह व आबकारी विभाग को 48 घंटे अवैध शराब के खिलाफ छापामार अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रकरण में हर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन पर एनएसए भी लगाया जाएगा. अगर सरकारी ठेके से शराब खरीदी है तो ठेका सीज किया जाएगा. दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलाम होगी और उससे मृतकों के स्वजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
(इनपुट-IANS)
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