आगरा में एक दलित लड़की पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जलाकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि संजलि नाम की लड़की को जिंदा जलाने वाला कोई बाहरी नहीं, बल्कि उसका चचेरा भाई योगेश ही था. बाद में उसने खुदकुशी कर ली.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लालउ गांव की रहने वाली संजलि को उसके ताऊ के बेटे योगेश ने पेट्रोल डालकर जलाया था. इस काम में ममेरा भाई विजय और बहन के देवर आकाश ने भी योगेश का साथ दिया.
क्या है पूरा मामला?
18 दिसंबर को आगरा के एक स्कूल से आ रही 10वीं की छात्रा पर बदमाशों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. ज्यादा जल जाने के कारण उसे लोकल अस्पताल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन 80 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण 21 दिसंबर को पीड़िता ने दम तोड़ दिया था. छात्रा की मौत की खबर से मलपुरा थानाक्षेत्र के उसके गांव लालऊ में मातम पसरा था, तभी सुबह पता चला कि छात्रा के चचेरे भाई ने भी जहर खाकर जान दे दी.
पुलिस ने छात्रा के चचेरे भाई से पूछताछ के लिए थाने आने को कहा था. इसके बाद गुरुवार सुबह उसका शव घर की छत पर मिला.
उसकी मौत की खबर मिलते ही एसएसपी अमित पाठक मौके पर पहुंच गए. घटनास्थल का मुआयना करने के दौरान मौके से फोरेंसिक टीम को जहर की तीन पुड़िया बरामद हुई थी. छात्रा के भाई की मौत के बाद पुलिस के सामने कई सवाल खड़े हो गए थे.
छात्रा की मौत के बाद प्रदेश में कई राजनेताओं ने मामले की जल्द से जल्द जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी. स्वराज इंडिया ने इसे रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना बताया था. दलित मोर्चा के अध्यक्ष राजबीर ने देश और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार को घोर दलित विरोधी सरकार बताया था.
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