गैंगस्टर अतीक अहमद (Atique Ahmed) के बेटे असद (Asad) और शूटर गुलाम मोहम्मद का UP पुलिस ने झांसी में एनकाउंटर कर दिया. दोनों उमेश पाल मर्डर केस (Umesh Pal Murder Case) में वांटेड और 5-5 लाख के इनामी थे. झांसी में गुरुवार देर रात को दोनों का पोस्टमॉर्टम करवाया गया. शुक्रवार को असद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
तीन डॉक्टरों की टीम ने किया पोस्टमॉर्टम
झांसी एनकाउंटर में मारे गए अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का 3 डॉक्टरों की टीम ने गुरुवार देर रात पोस्टमॉर्टम किया. करीब 2 बजकर 20 मिनट पर पोस्टमॉर्टम पूरा हुआ. डॉ. शैलेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह और डॉ. राहुल परासर के पैनल पोस्टमॉर्टम किया. इसमें करीब 5 घंटे का वक्त लगा. इस दौरान पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई.
रिपोर्ट के अनुसार, माफिया के बेटे असद को दो गोलियां लगीं, जबकि शूटर गुलाम एक ही गोली में ढेर हो गया.
गुलाम के भाई ने शव लेने से किया इनकार
असद और गुलाम के शवों को महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में रखा गया है. महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, असद के नाना, मामा और तीन वकील शव लेने जाएंगे.
वहीं असद के साथ एनकाउंटर में मारे गए गुलाम हसन का शव उसके भाई राहिल हसन ने लेने से इनकार कर दिया है.
गुलाम हसन अतीक का खास शूटर था और उस पर पांच लाख का इनाम घोषित था. उसने उमेश पाल पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं. इसके बाद वर फरार हो गया था. उसके मेहंदौरी रसूलाबाद स्थित पुश्तैनी मकान कुछ दिन पहले ही बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया था.
अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएगा अतीक
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गुरुवार को प्रयागराज की एक कोर्ट में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने दोनों को 5 दिनों यानी 17 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है. दोनों को प्रयागराज के धूमनगंज थाने में रखा गया है. जहां उनसे पूछताछ की गई.
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद अपने बेटे के अंतिस संस्कार में शामिल होना चाहता है. लेकिन कानूनी पेंच की वजह से वह अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएगा.
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अतीक की पत्नी शाइस्ता के सरेंडर करने की संभावना जताई जा रही है. उमेश पाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद से शाइस्ता परवीन फरार है. पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.
एनकाउंटर पर उठे सवाल
असद और गुलाम के एनकाउंटर पर सवाल भी उठ रहे हैं. समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, "झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है. भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं."
वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पूरे मामले में उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने ट्वीट किया, "प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं. लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है. अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी."
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, "बीजेपी महजब के नाम पर एनकाउंटर करती है. कोर्ट और जज किस लिए हैं? अदालतों को बंद कर दो. क्या बीजेपी वाले जुनैद और नासिर को मारने वालों को भी गोली मारेंगे, नहीं क्योंकि ये मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हैं."
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