बिहार (Bihar) के मधुबनी (Madhubani) से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. मधुबनी के बेनीपट्टी में स्थानीय न्यूज पोर्टल के पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा की जली हुई लाश शुक्रवार, 12 नवंबर की देर रात बरामद हुई है. अविनाश 9 नवंबर की रात से ही लापता थे.
शव को जलाकर सड़क किनारे फेंका गया था. शव की पहचान अविनाश झा के हाथ की अंगूठी, पैर में मस्से का निशान, गले में चेन से की गई. अविनाश के बड़े भाई की सहमति से शव को तत्काल मधुबनी सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
मधुबनी सदर अस्पताल में 12 नवंबर की रात शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया गया. अंतिम संस्कार 13 तारीख को सिमरिया में किया गया. मामले में फिलहाल पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 22 वर्षीय अविनाश झा के बड़े भाई चंद्रशेखर झा ने बेनीपट्टी थाना में आवेदन देकर लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. परिजनों का आरोप है कि अविनाश झा लगातार बेनीपट्टी के फर्जी नर्सिंग होम और क्लीनिक के संचालकों के खिलाफ खबर कर रहे थे. किसी गहरी साजिश के तहत बेनीपट्टी के स्थानीय अस्पताल संचालकों ने भाई को लापता कर दिया था.
गौरतलब है कि अविनाश झा की रिपोर्ट पर ही संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन ने 4 निजी स्वास्थ्य संस्थानों पर अगस्त में 50-50 हजार का जुर्माना लगाया था.
अस्पताल संचालकों पर कराई थी FIR दर्ज- रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चन्द्रशेखर कुमार झा ने अलजीना हेल्थ केयर बेनीपट्टी, शिवा पॉली क्लीनिक मकिया, सुदामा हेल्थ केयर धकजरी, सोनाली हॉस्पिटल बेनीपट्टी, मां जानकी सेवा सदन अम्बेडकर चौक बेनीपट्टी, आराधना हेल्थ एंड डेंटल केयर क्लीनिक बेनीपट्टी, जय मां काली सेवा सदन बेनीपट्टी, अंशु कष्ट एंड सेंटर धकजरी, सानवी हॉस्पिटल नंदीभौजी चौक, अन्नया नर्सिंग होम बेनीपट्टी, अनुराग हेल्य केयर सेंटर बेनीपट्टी, आरएस मेमोरियल अस्पताल बेनीपट्टी सहित कुछ अज्ञात लोगों पर आशंका व्यक्त करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
प्राथमिकी में कहा गया था कि बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के गायब होने के पीछे इन नर्सिंग होम के संचालकों, डॉक्टर व स्टाफ में किसी की साजिश हो सकती है.
अविनाश ने पहले खोला था अपना नर्सिंग होम
मिली जानकारी के अनुसार अविनाश के आरटीआई एक्टिविस्ट व परिवाद दायर करने की निरंतरता के पीछे की वजह यह है कि उसने 2019 वर्ष में बेनीपट्टी के कटैया रोड में जयश्री हेल्थ केयर के नाम से अपना नर्सिंग होम खोला था, जिसमें वह बाहर से चिकित्सकों को बुलाकर मरीजों का इलाज करवाता था.
आरोप है कि इस बीच प्रतिद्वंद्वी कुछ चिकित्सकों ने उसके नर्सिंग होम पर साजिश कर हंगामा करवा दिया, जिससे आहत होकर उसनें क्लिनिक बंद कर दिया और ठाना कि अब इलाके में कोई कहीं मेडिकल लाइन में गलत नहीं कर पायेगा और उसने आरटीआई दायर करना शुरू कर दिया.
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