बिहार (Bihar) के अरवल जिले में चकिया गांव के एक व्यक्ति ने 28 नवंबर को महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. आरोप है कि असफल होने पर उसने देर रात महिला के घर पर आग लगा दी जिसके बाद महिला और उसकी बेटी दोनों की जलकर मौत हो गई.
मामला अरवल जिले के परासी थाना क्षेत्र के चकिया गांव का है. जहां देर रात एक आदमी ने कथित रूप से फिजिकल रिलेशन बनाने में असफल होने पर मां-बेटी को जिंदा जला दिया. दोनों की मौत इलाज के दौरान पटना के पीएमसीएच में हो गई.
ग्रामीणों ने बताया कि, मृतका का पति कुछ दिन पहले शराब के साथ पकड़े जाने पर जेल भेज दिया गया था. गांव का ही नंद कुमार महतो कथित रूप से अकेली महिला के पीछे पड़ गया था. ग्रामीणों ने बताया कि वो रोज रात को महिला के घर जाकर उसे धमकाता था.
आरोप के मुताबिक, 28 नवंबर की रात को नंद कुमार महतो शराब के नशे महिला के घर पहुंचा और मनमानी करने लगा. महिला ने किसी तरह उसे बाहर धकेल कर दरवाजा बंद कर दिया. गुस्से में आकर नंद कुमार ने महिला के मकान का दरवाजा बाहर से बंद किया और पेट्रोल डाल कर घर को आग के हवाले कर दिया.
महिला और उसकी 7 वर्षीय बेटी ने शोर मचाया लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल सकी. ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़कर मां-बेटी को बाहर निकाला और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया जहां दोनों की मौत हो गई.
परासी थाना अध्यक्ष अंजित कुमार के अनुसार, 32 वर्षीय मां सुमन देवी और उसकी सात वर्षीय बेटी राधिका कुमारी की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई. शिकायत मिलते ही नंद कुमार महतो को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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