ADVERTISEMENTREMOVE AD

Bihar: दानापुर कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए कैदी की गोली मारकर हत्या, 2 आरोपी गिरफ्तार

Patna: अभिषेक कुमार उर्फ छोटे सरकार पर 8 हत्या के मामलों के अलावा 7 अन्य मामले भी दर्ज हैं.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) के दानापुर कोर्ट (Danapur Court) में शुक्रवार, 15 दिसंबर को पेशी के लिए आए एक कैदी की गोली मार कर हत्या कर दी गई. बदमाश पर 15 मामले दर्ज हैं, जिसमें से 8 हत्या के मामले हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैसे हुई हत्या?

पुलिस की जानकारी के मुताबिक, 34 वर्षीय अभिषेक कुमार उर्फ छोटे सरकार नाम के एक कैदी की पेशी के दौरान जब उसे कोर्ट परिसर में लाया जा रहा था, तभी दो बदमाशों ने आकर उस पर फायरिंग की, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.

अभिषेक कुमार उर्फ छोटे सरकार पर 8 हत्या के मामलों के अलावा 7 अन्य मामले भी दर्ज हैं. छोटे सरकार बिहटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिकंदरपुर का निवासी था.

"इस दौरान दो हमलावरों में से एक को भी गोली मारी गई थी, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. दोनों हमलावर मुजफ्फरपुर से आए थे और भी जानकारी सामने आएगी. हत्या के मकसद के बारे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी. मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं."
राजीव मिश्रा, एसएसपी

घटना की पुष्टि करते हुए पटना पश्चिम एसपी राजेश कुमार ने बताया कि, अभिषेक कुमार उर्फ छोटे सरकार बिहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिकंदरपुर का निवासी था, जो हत्या समेत कई मामलों में आरोपी था और फिलहाल वो बेउर जेल में बंद था जिसको पेशी के लिए दानापुर कोर्ट लाया जा रहा था. इसी दौरान दो अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें अभिषेक उर्फ छोटे सरकार की मौत हो गई.

कैदी की हत्या करने वाले गिरफ्तार

एसपी राजेश कुमार ने बताया कि, हत्या करने के बाद दोनों अपराधी भाग रहे थे लेकिन वकीलों की मदद से वे पकड़ा गए हैं. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है.

अश्विनी चौबे ने नीतीश सरकार को घेरा

"बिहार की जो वर्तमान में स्थित है, इसका जीता जागता उदाहरण पटना से सटे बिहटा स्थित कोर्ट परिसर में आपने देखा है. यह सिर्फ कोर्ट परिसर की ही बात नहीं बल्कि पूरे बिहार में कुछ इसी तरह की स्थिति बनी हुई है. बिहार में कुछ नहीं है. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पूरी तरह चरमराई हुई है. जंगलराज की पूर्णावृत्ति हो चुकी है. 90 के दशक में बिहार को धकेलना का प्रयास हो चुका है. बिहार को किसी भी हालत में जंगल राज नहीं बनने दिया जाएगा. बिहार में जंगल राज 2 की वापसी हो चुकी है."
अश्वनी कुमार चौबे, केंद्रीय मंत्री

वहीं बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि, "भारतीय जनता पार्टी को कुछ ना कुछ तो बोलना है. हत्या होना अच्छी बात नहीं है, कोई सरकार नहीं चाहेगी की हत्या हो. इसकी जांच चल रही है. प्रशासन के लोग लगे हुए हैं. किसने किया पकड़े जाएंगे जो भी सजा होगी दिया जाएगा."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×